रायपुर
चुम्मन ने कहा-उसे भी परेशान किया जा रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अप्रैल। पुलिस ने 24 घंटे बाद मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ की अध्यक्ष नीलू ओगरे को रिहा कर दिया है। उसे सोमवार को हिरासत में लिया गया था। इस दौरान उसे महासमुंद की ओर ले जाने की जानकारी मिली है। वैसे बीती रात करीब 10 बजे नीलू को वापस छोडऩे के बाद पुन: पुलिस उठा ले गई थी। और आज दोपहर 1 बजे नीलू की बेटी ने मां को छोडऩे की जानकारी दी है।
इस बीच पुलिस ने नीलू के बाद अनियमित कर्मचारी संघ के दो अन्य नेताओं को सौरभ मिश्रा को उठा ले गई है। सौरभ को उसके ही कार में सवार होकर पुलिसवाले बागबाहरा की ओर ले गए हैं। और चुम्मनलाल साहू को परेशान करने की खबर है। इस घटनाक्रम की राजधानी में धरना दे रहे अनियमित, और कर्मचारी फेडरेशन के सदस्यों के बीच में तीखी चर्चा है। अनियमित कर्मचारियों का कहना है कि सभी को काम बंद कर सरकार के इस तानाशाही रवैये का विरोध करना चाहिए। इनके नेता वॉटसएप में कई तीखी मैसेज के जरिए अपना विरोध जता रहे हैं।
राजेन्द्र सिंह का कहना है कि आर या पार होना चाहिए, अन्याय अत्याचार का प्रतिकार होना चाहिए। इससे पहले नीलू ओगरे को जिस तरीके से सडक़ पर फेंका गया, उसकी निंदा करते हुए सत्येन्द्र देवांगन ने कहा यह अत्यंत निंदनीय है, चिंताजनक भी। ऐसे दृश्य आजतक सिर्फ हिन्दी सिनेमा में ही देखा था कि पुलिस गाड़ी से फेंक देती है। तो सीके आदिले ने कहा जहां स्त्री का सम्मान नहीं, वहां के राजा का भी कोई सम्मान नहीं। इस सरकार के जाने की बारी आ गई है। टार्जन गुप्ता, और सागर कश्यप का कहना है कि फेडरेशन को इसका कड़ा विरोध करना चाहिए। ऐसी दण्डनात्मक कार्रवाई पर पुलिसवालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो।


