रायपुर

घायल बाघ का घाव गहरा है लेकिन हालत अच्छी
09-Apr-2023 4:18 PM
घायल बाघ का घाव गहरा है लेकिन हालत अच्छी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अप्रैल।
नवा रायपुर के जंगल सफारी में उपचार से गुजर रहे सूरजपुर  से लाए गए बाघ की स्थिति में काफी सुधार है। सफारी के अफसर सीसीटीवी के जरिए उस पर सतत नजर रखे हुए हैं।
सूरजपुर के वन ग्राम में पकड़े गए इस बाघ को दस पहले सफारी लाया गया था। जहां तीन डाक्टरों की टीम इलाज के साथ उसकी सेहत पर सतत नजर रखे हुए हैं। बताया गया है कि बाघ को सिर और आंख के पास टांके लगाए गए हैं। यह घाव गहरा होने की वजह से सूखने में समय लग रहा है। लेकिन उसकी स्थिति काफी अच्छी है। सफारी की डायरेक्टर सुश्री मर्सीबेला के मुताबिक ट्रीटमेंट चल रहा है, सेहत में इंप्रूवमेंट है। । केवल बाघ को खाना देनेवाला केयरटेकर और डाक्टर ही उसके पास जा रहे हैं। बाकी हम सब सी सी टीवी के जरिए भी उसकी निगरानी कर  रहे है।

सफारी के अन्य सूत्रों ने बताया कि पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद उसे वापस जंगल में छोडऩे की संभावना है। इस वजह से भी बाघ को लोगों के संपर्क से दूर रखा गया है। वन्य प्राणी एक्ट में भी  ऐसा प्रावधान है। इसका फैसला पी सी सी एफ संजय शुक्ला और अधिकारी लेंगे।

छत्तीसगढ़ में कितने बाघ जुलाई में पता चलेगा
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 2022 में देश में हुई बाघों की गणना संबंधी रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक देश के सभी अभ्यारण्यों में बाघों की संख्या 3167 है। जो वृद्धि का संकेत है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि 2006 में 1411, 2010 में 1706, 2014 में 2226, 2018 में 2967, और 2022 में 3167 बाघ है। इनमें राज्यवार आंकड़े शामिल नहीं है। बताया जा रहा है कि कई राज्यों में गणना का काम जारी है। इनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। छत्तीसगढ़ के जंगलों में कितने बाघ हैं इसकी जानकारी आगामी जुलाई में जारी होने वाले रिपोर्ट में मिल पाएगी। 2014 में छत्तीसगढ़ में 46 बाघ होने का दावा किया गया था। 2019 में भी पीम मोदी के द्वारा के अनुसार छत्तीसगढ़ ने 19 बाघ रह गए हैं।
 


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