रायपुर
शैलजा की अगुवाई में अंबेडकर चौक में धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 मार्च। केन्द्र की अडानी परस्ती वाली नीति के विरोध में कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन और राजभवन मार्च करेगी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अंबेडकर चौक में धरने के बाद कांग्रेसजन राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के ब्लाक से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा सरकार की अडानी के पक्ष में कोनी कैपिटलिज्म नीति के कारण देश का नुकसान हो रहा है। गहरे आर्थिक संकट के समय भाजपा की मोदी सरकार देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को अडानी समूह को बेच रही है और एसबीआई व एलआईसी जैसी सार्वजनिक संस्थाओं को अडानी समूह में निवेश करने को मजबूर कर रही है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के भारतीयों की करोड़ो की बचत जोखिम में है, जिसके खिलाफ देशभर में कांग्रेस पार्टी द्वारा चरणबध्द आंदोलन चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में सोमवार को सुबह 11 बजे अम्बेडकर चौक, रायपुर में प्रदेश कांग्रेस द्वारा राजभवन मार्च का आयोजन किया गया है। इस प्रदर्शन में महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, एआईससी के प्रदेश प्रभारी सचिवद्वय डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का, संयुक्त सचिव विजय जांगिड़ सहित प्रदेश के वरिष्ठ नेता विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
अडानी समूह के फर्जीवाडे की संरक्षक मोदी सरकार - कांग्रेस
कांग्रेस ने अडानी समूह के फर्जीवाडे और धोखाधड़ी के संरक्षण का आरोप केन्द्र की मोदी सरकार पर लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार के अडानी परस्ती वाली नीति के कारण ही अडानी समूह इतना बड़ा घोटाला करने में कामयाब रहा। जिसमें देश की सबसे विश्वसनीय वित्तीय संस्थाये एलआईसी और एसबीआई की शाखा भी खतरे में पड़ गयी है। देशव्यापी मांग और संसद में विपक्षी दल द्वारा लगातार किये गये मांग के बावजूद मोदी सरकार अडानी समूह की घपले बाजी की जांच करवाने को तैयार नहीं है। आखिर प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्र सरकार अडानी समूह के आर्थिक घपले बाजी की जांच से घबरा क्यों रहे है? उन्हें जांच से किसका चेहरा बेनकाब होने का डर सता रहा है?


