रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 फरवरी। दिवंगत शिक्षक अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर 133 दिनों से हड़ताल पर बैठी महिलाओं ने सोमवार को सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए फिर से मोर्चा खोला है। दिवंगत की विधवा ने आज अपने केश का त्याग कर सरकार पर आक्रोश जताया।
अनुकंपा संघ के प्रांताध्यक्ष श्रीमति माधुरी मृगे ने बताया कि दिवंगत शिक्षक की विधवाएं अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले 133 दिनों से आंदोलन कर रही है। घर परिवार की परवाह किए बगैर लगातार संघर्ष कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने घोषणा पत्र में दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति के लिए पात्रता का परीक्षण कर सुझाव अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। जिसकी रिपोर्ट एक माह के भीतर प्रस्तुत किये जाने का निर्देंश दिया गया था। परन्तु 16 महीने बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया। सोमवार को सरकार को अपने किए वादे को याद दिलाने संघ की महिला शांति साहू ने अपने बालों का त्याग कर सरकार को सचेत किया है। संघ ने सरकार को चेतावनी दी है। की बजट सत्र में अनुकंपा नियुक्ति की मांग नहीं रखी गई तो दिवंगत शिक्षक की विधवाएं सामुहिक मुंडन कराकर उग्र आंदोलन करेंगी।
सरकार से निवेदन है कि दिवंगत कि विधवाओं से साहनभूतिपूर्वक संवेदना रखते हुए दिवंगत के परिवार के सदस्यों को योग्यतानुसार अनुकंपा नियुक्ति देकर सम्मानपूर्वक आंदोलन को समाप्त करे।


