रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 फरवरी। रायपुर विकास योजना (पुर्नविलोकन) 2031 का प्रारूप तैयार कर 10 नवंबर 2022 को प्रकाशित किया गया था। इस पर कुल 1487 आपत्ति / सुझाव प्राप्त हुए थे।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देशानुसार शुक्रवार को रेडक्रास सभाकक्ष में आपत्ति / सुझाव की सुनवाई आयेजित की गई।
आपत्तिकर्ताओं की सुनवाई करने वाली समिति में विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सत्यनारायण शर्मा , विकास उपाध्याय, कुलदीप सिंह जुनेजा और श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा ,महापौर एजाज ढेबर, आरडीए अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़,कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, समिति के संयोजक संदीप बांगड़े, विभिन्न संगठन के प्रतिनिधि एवं रायुपर निवेश क्षेत्र में शामिल ग्रामों के सरपंच उपस्थित रहे।1487 आपत्ति / सुझाव में से लगभग 900 आपत्तिकर्ता सुनवाई में उपस्थित हुए। इन आपत्तियों पर विचार कर शासन की मंजूरी के उपरांत नये मास्टर प्लान को अंतिम प्रकाशन के बाद लागु कर दिया जाएगा।
औपचारिकता पूरी की गई
सुनवाई में पहुंचे लोगों ने कहा कि यहां औपचारिक पूरी की गई। बिल्डरों के खिताब कुछ सुनने या आपत्ति नहीं ली जा रही। जिला कलेक्टर भी गंभीर नहीं दिखे। वे विधायकों से बतियाते रहे वही अन्य अधिकारियों ने लोगों से एक-डेढ़ मिनट में अपने बात कहने और आपत्ति दस्तावेज जमा कर जाने कहते रहे। भीड़ में लोगों को यह कहते सुना गया कि यह औपचारिकता है, बिल्डरों और डेव्लपरों के दबाव में इच्छानुसार ही मास्टर प्लान बनाया, और लागू किया जाएगा।


