रायपुर
मंडी बोर्ड के अफसरों के खिलाफ शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। कृषि उपज मंडी बोर्ड के साढ़े सात करोड़ के दो टेंडर पर विवाद खड़ा हो गया है। बताया गया कि टेंडर हासिल करने की प्रतिस्पर्धा में निगम के अफसर भी कूद गए हैं। हाल यह है कि टेंडर खुलने की तिथि निकलने के महीनेभर बाद भी ओपन नहीं किया जा सका है। इसकी शिकायत अलग-अलग स्तरों पर की गई है।
मंडी बोर्ड ने बिलासपुर से तिफरा, और पेंड्रा से मरवाही तक सीसी रोड के निर्माण के लिए टेंडर निकाले थे। कुल मिलाकर साढ़े 7 करोड़ के टेंडर के लिए 27 दिसंबर को टेंडर जारी किए थे, और दोनों टेंडर क्रमश: 3, और 4 जनवरी को ओपन होना था। लेकिन अब तक टेंडर नहीं खुला।
बताया गया कि कई और टेंडर, जो बाद में जारी किए गए थे। वो ओपन कर दिए गए। इस पर मंडी बोर्ड के एडिशनल एमडी एमएस सवन्नी ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में टेंडर ओपन नहीं होने पर अनभिज्ञता जताई, और कहा कि वो इस मामले में संबंधित एसई से चर्चा कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेंगे।
हल्ला है कि दोनों टेंडर को मैनेज करने की कोशिश की गई। एक प्रभावशाली ठेकेदार ने रिंग बनाकर टेंडर भरा था। लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया होने की वजह से कई और लोगों ने टेंडर भर दिया। इससे ठेकेदार का खेल बिगड़ गया, और यही वजह है कि ठेकेदार के दबाव के चलते अब तक टेंडर ओपन नहीं हुए हंै। इस पूरे खेल में मंडी बोर्ड के अफसरों की भूमिका पर संदेह जताया जा रहा है। इसकी शिकायत सीएम भूपेश बघेल को भेजकर जांच की मांग की गई है। साथ ही कृषि मंत्री, और विभाग के अन्य सीनियर अफसरों को भी शिकायत भेजी गई है।


