रायपुर
रायपुर, 4 जनवरी। संजीवनी कैंसर हास्पिटल के चिकित्सकों ने पेडिकल क्रायोथैरपी की दुर्लभ सर्जरी से कैंसर से जूझ रहे युवक का पैर कटने से बचाकर उसे नई जिंदगी दी। युवक के पैर की हड्डी में ट्यूमर था जिसे हटाकर डाक्टरों ने दुर्लभ प्रक्रिया को पूरा करते हु प्रभावित अंग को 195.8 डिग्री तापमान के लिक्विड नाइट्रोजन में डुबोकर कैंसर मुक्त किया। संजीवनी कैंसर हास्पिटल में ओडिशा से आए युवक के पैर में टयूमर की समस्या थी। संजीवनी कैंसर हास्पिटल के चिकित्सकों ने चिकित्सक डॉ. अर्पण चतुर्मोहता एवं डॉ दिवाकर पांडेय ने जांच में पाया कि उसे ऑस्टियोसारकोमा नामक बीमारी है। इसके बाद अस्पताल के कीमोथैरेपी विशेषज्ञ डॉ. अनिकेत ठोके एवं डॉ. राकेश मिश्रा ने नियो एडजुबे किमोथैरेपी करके ट्यूमर के आकार को छोट किया। इसके बाद टाटा मेमोरियल हॉस्पिट में ओडिशा मुंबई से प्रशिक्षित आर्थोपेडिक ऑकोलॉजिस्ट रूद्र प्रताप सिंग ठाकुर द्वारा पेडिकल क्रायो करके पैर बचाने वाली सर्जरी की गई। डॉ रूद्र ने इस इस प्रोसीजर के बारे में बताया की यह एक सस्ता और फायदेमंद प्रोसीजर है जिसमें एक प्रोस्थेटिक रिकंस्ट्रक्शन की लगभग एक चौथाई लागत पर प्रोसीजर किया जा सकता है, यह सर्जरी रोगी के जीवन को खतरे में नहीं डालती है एवं अन्य सर्जरी की तुलना में ट्यूमर के वापस आने की कोई संभावना नहीं है। इस प्रक्रिया के रिवीजन की आवश्यकता नहीं होती।
उन्होंने बताया की ट्यूमर को शरीर के बाहर पर्याप्त मार्जिन के साथ विच्छेदित किया गया इसके बाद कैंसर युक्त बोन को 20 मिनट के लिए लिक्विड नाइट्रोजन में डुबोया गया, जिसका तापमान 195.8 डिग्री सेल्सियस होता है फिर कैंसर वाली हड्डी को 15 मिनट के लिए कमरे के तापमान पर लाया गया फिर उसके बाद हड्डी को 15 मिनट के लिए सामान्य नमकीन घोल में डुबोया गया। मरीज के जीवन, अंग और यहां तक कि मरीज की खुद की हड्डी को भी सर्जरी में बचाया गया।


