रायपुर

ब्रह्माकुमारी कमला दीदी नहीं रहीं, अंतिम संस्कार कल शांति सरोवर में
10-Dec-2022 2:38 PM
ब्रह्माकुमारी कमला दीदी नहीं रहीं, अंतिम संस्कार कल शांति सरोवर में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 दिसंबर।
ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कमला दीदी नहीं रहीं। वह 81 वर्ष की थीं। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। पहले मुम्बई के ब्रीच  कैण्डी अस्पताल में और बाद में रायपुर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शनिवार,सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर, रायपुर में उन्होंने अपने देह का त्याग किया। उनके अन्तिम दर्शन के लिए विधानसभा मार्ग स्थित शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में आज शनिवार को दोपहर 12 बजे से किया जा सकेगा। उनका अन्तिम संस्कार कल  रविवार, को दोपहर 1 बजे शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर परिसर में किया जाएगा। इसके पहले उनका पार्थिव शरीर विश्व शान्ति भवन चौबे कालोनी और नवा रायपुर के शान्ति शिखर भवन में लेकर जाएंगे।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सेवाओं को छत्तीसगढ़ में विस्तारित करने में उनकी अहम भूमिका थीं। माउण्ट आबू के बाहर विश्व का प्रथम रिट्रीट सेन्टर के रूप में शान्ति सरोवर का निर्माण उनके ही अथक परिश्रम से सम्भव हो सका। वर्तमान समय इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका के रूप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के साथ ही समीपवर्ती राजस्थान और उड़ीसा के कुछ सेवाकेन्द्रों का प्रशासन भी देख रही थी। वह ब्रह्माकमारीज एजुकेशनल सोसायटी एवं राजयोगा एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन की गवर्निंग बोर्ड की सदस्या होने के साथ ही सुरक्षा सेवा प्रभाग की नेशनल कोआर्डिनेटर भी थीं।

राजयोगिनी कमला दीदी के दिल में आदिवासियों के प्रति बहुत दयाभाव था। उनके मार्गदर्शन में 15 मई 1987 से बस्तर अंचल के 65 ग्रामों में अध्यात्म के द्वारा आदिवासियों के जीवन को संवारने-सुधारने का कार्य किया जा रहा है।
यज्ञ के इतिहास में पहली बार कमला दीदी द्वारा किया गया सेवाकार्य- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नेताप्रतिपक्ष सहित पक्ष-विपक्ष के सारे राजनेता माउण्ट आबू तीन दिनों के लिए राजयोग शिविर करने गए। माउण्ट आबू के बाहर प्रथम बार बड़ी जमीन लेकर (लगभग नौ एकड़ क्षेत्र) में रिट्रीट सेन्टर बनाने का कार्य  आपने ही किया। हर वर्ष बजट सत्र के पहले दिन  मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सहित पक्ष-विपक्ष के सारे मंत्री और विधायकों को ब्रह्माभोजन पर शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में आमंत्रित करने का  कार्य भी  कमला दीदी ने प्रारम्भ कराया जो कि आज तक निरन्तर चल रहा है।छत्तीसगढ़ के प्राय: सभी राज्यपालों को माउण्ट आबू में बाबा के घर लेकर गईं और उन्हें ईश्वरीय ज्ञान योग से अवगत कराया। ब्रह्माकुमारी हेमलता, ब्रह्माकुमारी आशा, ब्रह्माकुमारी उषा, ब्रह्माकुमारी करूणा इन्दौर जोन ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

बघेल-उईके शोकाकुल
सीएम भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुईया उइके ने ब्रह्माकुमारी कमला दीदी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय प्रशासिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कमला दीदी के निधन का समाचार दुखद है।

ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। हर महत्वपूर्ण अवसर पर वे मुझसे मिलने के लिए मेरे निवास आया करती थीं। उनका सानिध्य और आशीर्वाद मुझे हमेशा मिलता रहा। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें। ? शांति।
 


अन्य पोस्ट