रायपुर

छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक पंचाग भी बनेगा, चार साल बाद वर्किंग ग्रुप की बैठक 14 को
06-Nov-2022 6:00 PM
 छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक पंचाग भी बनेगा, चार साल बाद वर्किंग ग्रुप की बैठक 14 को

पहले ग्रुप की जगह नए का गठन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 6 नवम्बर। राशियों,ग्रह -नक्षत्रों के गुण -दोष बताने वाले पंचाग की तरह छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक पंचाग बनाएगी। इसके लिए राज्य योजना आयोग में एक संस्कृति वर्किंग ग्रुप का गठन भी किया गया है। जो करीब चार वर्ष पहले ही बनाया गया था। इसकी एक भी बैठक नहीं हुई और नया ग्रुप बनाया गया। पूर्व में गठित ग्रुप के अध्यक्ष, ललित कला अकादमी दिल्ली के अध्यक्ष डॉ.अशोक वाजपेई और 11 अन्य सदस्य शामिल हैं। गठन के बाद से इसकी एक भी बैठक नहीं हुई।और करीब  एक पखवाड़े पूर्व गठित नये ग्रुप के अध्यक्ष , कोलकाता निवासी पूर्व आईएएस इतिहासकार  डॉ. के के चक्रवर्ती और 10 सदस्य शामिल हैं। इसकी पहली बैठक 14 नवंबर को योजना भवन नवा रायपुर में रखी गई है।

इसके संदर्भ शर्तों में सांस्कृतिक पंचाग बनाना भी शामिल है। इसके अलावा दृश्यकला, लोककला, लोकगीत, लोककथा एवं लोक परम्पराओं के कलाकारों के प्रोत्साहन तथा अंतराराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराने के उपाय पर चर्चा। जिलेवार लोकगाथा, लोकगीत, लोकनाट्य का संकलन कर इनके कलाकारों को प्रोत्साहन करना, विलुप्त होती संस्कृति के संरक्षण-दस्तावेजीकरण, सांस्कृतिक केन्द्र एवं एम्फिथियेटर का निर्माण अन्य राज्यों में अपनाए गए श्रेष्ट प्रयासों को छत्तीसगढ़ के संदर्भ में लागू करना।


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