रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1नवम्बर। खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने रायपुर जिले के मंदिरहसौद सहकारी समिति में मां अन्नपूर्णा देवी की अराधना कर धान खरीदी महाभियान का शुभारंभ किया। राज्योत्सव के साथ ही आज से प्रदेश के पंजीकृत किसानों से धान खरीदी शुरू हो गयी है।
राज्योत्सव के साथ ही खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से आज से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गयी है। इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.72 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 61 हजार नये किसान है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा।
मंत्री ने कहा उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स का पंजीयन किया जा रहा है। राज्य में अवैध धान की आवक रोकने तथा संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। सीमावर्ती सोसायटियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान का अवैध परिवहन न हो, इसकी रोकथाम के लिए चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं, जहां अधिकारियों की टीम माल वाहकों पर कड़ी निगरानी रखेगी।
इस मौके पर मार्कफेड के एमडी मनोज के.सोनी, समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह ध्रुव, नगर पंचायत मंदिर हसौद के अध्यक्ष ओम प्रकाश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
सोसायटियों में अव्यवस्था भी
राजनांदगांव से मिली जानकारी के अनुसार पहले दिन अव्यवस्था का आलम रहा। कई सोसायटियों में बोहनी भी नहीं हुई। वहीं कुछ सोसायटियों में एक्का-दुक्का किसान अपनी उपज बेचने के लिए पहुंचे। सोसायटी प्रभारियों के हड़ताल में चले जाने से धान खरीदी पर व्यापक असर दिखा। सरकार ने वैकल्पिक रूप से डाटा एंट्री आपरेटरों को प्रभारी बनाने का निर्देश दिया, लेकिन तकनीकी वजहों का हवाला देकर डाटा एंट्री आपरेटरों ने भी अपने कदम पीछे ले लिए। राजनांदगांव समेत खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के सोसायटियों में धान खरीदी शुरू हुई।