रायपुर

रायपुर, 1 नवंबर। राष्ट्र्संत गुरूदेव श्री ललितप्रभजी एवं डॉ. मुनिश्री शांतिप्रियजी के रायपुर से प्रस्थान से पूर्व पांच दिन की विशेष प्रवचनमाला पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, साइंस कॉलेज परिसर रायपुर में 2 से 6 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी। जो प्रतिदिन प्रात: 9 से 10.30 बजे तक चलेगी।
पांच दिवसीय इस विशेष प्रवचनमाला का आयोजन श्रीऋषभदेव मंदिर ट्र्स्ट, श्री दिव्य चातुर्मास समिति के तत्वावधान में एवं श्रीमती साधना-राजेश मूणत परिवार की विशेष सहभागिता से किया जा रहा है।
राष्ट्र्संत महोपाध्याय श्री ललितप्रभ सागरजी एवं डॉ. मुनिश्री शांतिप्रिय सागरजी का रायपुर चातुर्मास पूरे नगर के लिए वरदान बना है। गुरूजनों के दिव्य सत्संग ने जिस तरह लोगों के जीवन में चमत्कार किया, उन्हें तनावमुक्त और व्यसन-मुक्त जीवन का मालिक बनाया, घर-परिवार को प्रेम, आनंद और खुशियों से सराबोर किया, उससे न केवल जैन समाज अपितु रायपुर का हर नागरिक धन्य हुआ।
जीने की कला से जुड़े प्रभावी प्रवचनों को सुनकर श्रद्धालुओं के दिल दिमाग की खिड़कियॉं खुल गईं। बूढ़ापारा स्टेडियम और राजधानी की विभिन्न कॉलोनियों में हुए उनके महिमामयी दिव्य प्रवचनों ने नगर को धन्य कर दिया।
राष्ट्र्संत चातुर्मास के बाद रायपुर से राजस्थान की ओर मंगल विहार करेंगे।
उनके विहार से पूर्व हम उनके दिव्य सत्संग से लाभान्वित हो सकें, इसी दृष्टि से रायपुर के जीई रोड पर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में पंच दिवसीय प्रवचनमाला का आयोजन किया जा रहा है।
पांच दिन इन विषयों पर होंगे प्रवचन
2 नवम्बर को जीवन को कैसे स्वर्ग बनाएं विषय पर, 3 नवम्बर को अपनी सोच को कैसे बनाएं पॉजीटिव एवं पॉवरफुल, 4 नवम्बर को आखिर रिश्तों को कैसे मधुर बनाएं, 5 नवम्बर को कैसा बनाएं स्वभाव कि दूसरों पर पड़े प्रभाव विषय पर प्रवचन होंगे। 6 नवम्बर को विदाई समारोह- याद रहेगा रायपुर: याद रखेगा रायपुर का आयोजन होगा। 2 से 6 नवम्बर तक प्रवचन के पश्चात् कार्यक्रम स्थल पर ही भोजन प्रसाद की व्यवस्था रहेगी। इस यादगार पांच दिवसीय आखिरी प्रवचनमाला के आयोजन में प्रमुख सहभागी बने श्रीमती सुशीला देवी, साधना-राजेश मूणत, अक्षिता-रविश मूणत व रोशनी-शुभम संचेती परिवार सहित श्रीऋषभदेव मंदिर ट्र्स्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली, ट्र्स्टी त्रय- तिलोकचंद बरडिय़ा, उज्ज्वल झाबक, राजेन्द्र गोलछा, श्रीदिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तिलोकचंद बरडिय़ा, महासचिव पारस पारख व प्रशांत तालेड़ा, कोषाध्यक्ष अमित मूणोत, स्वागताध्यक्ष कमल भंसाली व कार्यक्रम प्रभारी महावीर तालेड़ा आदि सहित आयोजन समिति सदस्यों ने सभी धर्मप्रेमीजनों से इस दुर्लभ दिव्य प्रवचनमाला का अधिकाधिक लाभ लेने का अनुरोध किया है।