रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। विधायक और विस उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन के बाद निर्वाचन आयोग ने उप चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। विधानसभा सचिवालय ने भानुप्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र के रिक्तता की सूचना भी आयोग को भेज दी है। संभव है 2018 में 15 वर्षों बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को 2023 में होने वाले आम चुनाव से पहले, उपचुनाव के लिटमस टेस्ट से गुजरना होगा। ये चुनाव छह महीने के भीतर कराने होंगे। यानी 16 अप्रैल से पहले ये चुनाव हो सकतें हैं।और विधानसभा के आमचुनाव नवंबर अंत तक निर्धारित है। यानी सात महीने बाद ही सरकार को चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
इस बीच कांकेर के उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने तहसीलदार को एक पत्र लिखकर मतदान केंद्रों में लाइट, शौचालय, रैंप, पानी जैसी भौतिक सुविधाओं का सत्यापन कर आज शुक्रवार को दोपहर तीन बजे तक रिपोर्ट देने कहा है। 2018 के चुनाव में? मंडावी ने मंडावी का 16 अक्टूबर को रायपुर आते वक्त धमतरी में हार्ट अटैक से निधन हो गया था। 26000 वोटों से जीते थे।
दलों की परंपरा अनुसार कांग्रेस, मंडावी परिवार से ही किसी सदस्य को उतार सकती है। उनकी पत्नी श्रीमती मंडावी शिक्षिका हैं। मनोज मंडावी यहां से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। पहली बार वे जोगी सरकार में गृह और नगरीय विकास मंत्री रहे हैं। 2018 में जीत के बाद मंडावी विधानसभा के उपाध्यक्ष बनाए गए।
अब तक चार उपचुनाव सभी में कांग्रेस जीती
2018 में सत्तासीन होने के बाद कांग्रेस अब तक 4 उपचुनाव का सामना कर चुकी है। सभी में उसने जीत दर्ज की है। इनमें दंतेवाड़ा चित्रकोट, मरवाही, और खैरागढ़ शामिल हैं।