रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अक्टूबर। इंडियन फ़ार्मासिस्ट एसोसिएशन (आईपीए) के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से सौजन्य मुलाक़ात किया। राज्य के 25 हज़ार पंजीकृत फ़ार्मासिस्टों की ओर से आईपीए ने दस बिंदुओं पर स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा है । राज्य में दवा उद्योग स्थापित करने जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री जी की अध्यक्षता में फ़ार्मा समिट होगा जिसमें छत्तीसगढ़ के साथ साथ देश-विदेश के उद्यमी फ़ार्मासिस्ट शामिल होंगे । इस समिट में आईपीए से जुड़े राज्य के 500 दवा व्यवसाई फ़ार्मासिस्ट भी शामिल होंगे । राज्य गठन के बीस वर्ष बाद भी राज्य में शासकीय फ़ार्मासिस्ट कैडर का निर्माण अधूरा है पड़ोसी राज्यों में फ़ार्मेसी अधिकारी , चीफ़ फ़ार्मेसी अधिकारी उपसंचालक फ़ार्मेसी जैसे प्रमोशन कैडर हैं जिन पर नियुक्ति फ़ार्मासिस्ट की शैक्षणिक योग्यता के आधार पर की जाती है । छत्तीसगढ़ के साथ नए बने राज्य उत्तराखंड में चार स्तरीय कैडर होने के साथ साथ शुरुआती ग्रेड पे 42 सौ है , कांग्रेस शासित राज्य की बात करें तो राजस्थान में भी चार स्तरीय फ़ार्मासिस्ट कैडर कार्यरत है एवं पड़ोसी राज्य ओडि़सा में फ़ार्मासिस्ट को अधिकारी पद नाम देने के साथ साथ चिकित्सक की अनुपस्थिति में प्राथमिक उपचार का अधिकार भी दिया गया है ।