रायपुर

कांग्रेस के 31 नेताओं की हत्या का दाग भाजपा सरकार पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 अक्टूबर। दो महिला व दो पुरुष नक्सलियों के साथ तेलंगाना में भोपालपट्टनम ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री के पकड़े जाने पर भाजपा ने जमकर निशाना साधा है। पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है कि नक्सल प्रभावित राज्य के अतिसंवेदनशील इलाके में सत्तारूढ़ पार्टी का जिम्मेदार नेता नक्सलियों के साथ दूसरे राज्य में पकड़ा गया है। नक्सली आज कांग्रेस की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी गौर किया है कि नक्सलियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ छत्तीसगढ़ में किसानों को उकसाते हुए पत्र जारी किया था। उसकी भाषा देख लें और कांग्रेस का एजेंडा देख लें, कोई फर्क नहीं लगेगा। ऐसा लगेगा मानो कांग्रेस सरकार से जुड़े लोगों ने पत्र ड्राफ़्ट करके नक्सलियों को दिया हो और नक्सलियों ने उसे अपने लेटर पैड पर जारी कर दिया हो। उस पत्र में एक भी शब्द कांग्रेस सरकार के खिलाफ नहीं है। जबकि कांग्रेस की उपेक्षा और कुनीतियों में कारण राज्य में छ: सौ से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।
एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस और उसकी सरकार में सक्रिय सहयोग के ये दो-चार उदाहरण ही नहीं हैं। ऐसे तमाम मामले आपको दिखेंगे। नक्सली खुले आम बारह किलोमीटर लम्बी रैली निकाल लें और सरकार को पता ही नहीं चले, ऐसा कैसे हो सकता है? नक्सलियों और कांग्रेस की साठगाँठ पर केंद्र अलग से जांच करे, इसकी भी हम माँग करते हैं।इस पर प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव गृह मंत्रालय को पत्र लिख रहे हैं।जिस नक्सल आतंक का जन्म ही किसानों के खिलाफ हुआ था। किसान परिवार से ही आने वाले हमारे जवानों-सुरक्षा बलों को जो नक्सली नृशंसता से हत्या करते हैं, अनेक ग्रामीणों को भी बर्बरता से मार चुके हैं यहां तक छत्तीसगढ़ के कई नेता भी नक्सलियों द्वारा मारे गए हैं, ऐसे में कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा इलाज हेतु नक्सलियों को तेलंगाना ले जाना एक अति चिंतनीय विषय है छत्तीसगढ़ के आम लोगों की सुरक्षा के साथ एक बड़ा समझौता किया गया है। इससे पहले भी कांग्रेस और नक्सलियों की साठगांठ के दर्जनों साक्ष्य सामने आते रहे हैं। झीरम मामले में तो खुद राहुल गांधी ने नक्सलियों को क्लीन चिट दे दी थी।
इसके अलावा बात चाहे दिग्विजय सिंह, राज बब्बर समेत दर्जनों कांग्रेसी वनेताओं के नक्सलियों के पक्ष में समय समय पर बयान देने की हो, या फिर किसी अन्य प्रदेश में नक्सलियों की गिरफ़्तारी पर खुद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा उनके बचाव में बयान देने की, कांग्रेस इनका हमेशा सहयोग करती रही है। कांग्रेस हमेशा राजनीतिक समर्थन देकर नक्सलियों के विरुद्ध लड़ाई को कमजोर करती रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, भाजपा और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा को सवाल करने का अधिकार नहीं है। झीरम नक्सलकांड पर पहले जवाब उन्हें देना चाहिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस के 31 नेताओं की हत्या का दाग भाजपा सरकार पर है। भाजपा नेताओं के नक्सलियों से संबंध उजागर होते रहे हैं. कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता अगर किसी अपराध में शामिल है, तो कार्रवाई होगी।