रायपुर

भरोसे का फायदा उठाकर 13 करोड़ का धोखा दिया, दो सरिया व्यापारी गिरफ्तार
07-Sep-2022 5:56 PM
भरोसे का फायदा उठाकर 13 करोड़ का धोखा दिया, दो सरिया व्यापारी गिरफ्तार

आयकर छापे के बाद से दीवालिया हो गया था, उबरने माल पलटी का धंधा शुरू किया 

रायपुर, 7 सितंबर। लोहा व्यापारियों के भरोसे का फायदा उठाकर करोड़ो का घोटाला करने वाले ब्रोकर के दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आयकर छापे के बाद दिवालिया फर्म के संचालक ने धोखाधड़ी का  यह खेल किया।मुख्य आरोपी भावेश पटेल को उंझा गुजरात से और सहयोगी ब्रोकर नितेश पटेल को कबीर नगर रायपुर से  गिरफ्तार किया गया।सोलह से अधिक सरिया उत्पादक कंपनियों से माल खरीद कर लगभग बारह करोड़ का गबन किया था।उरला पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

ईश्वर टीएमटी उरला रायपुर के पुलिस थाना उरला में यह रिपोर्ट दर्ज कराया गया था कि बीते मई  में लगभग 1.33 करोड़ रूपये का टीएमटी सरिया स्वास्तिक स्टील्स नामक फर्म के कर्ताधर्ता भावेश पटेल को बिक्री किया गया था। उसे भावेश ने किसी अन्य फर्म को बेचकर  रकम प्राप्त कर ईश्वर टीएमटी को पैसे वापस नहीं किया । पैसे की मांग करने पर भावेश पटेल फरार हो गया।  उरला पुलिस ने मामले की धारा 420,409 भादवि कायम कर विवेचना में लिया । भावेश पटेल की गिरफ्तारी के लिये पुलिस पार्टी गुजरात पहुंचकर पुलिस पार्टी ने तलाश शुरू की। लेकिन भावेश  चकमा देता रहा। काफी प्रयास के बाद भावेश पटेल पुलिस के कब्जे में आया। भावेश पटेल को पुलिस अभिरक्षा में रायपुर लाकर सोमवार को गिरफ्तार कर न्यायालय से दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।।इस दौरान  पूछताछ में भावेश ने बताया  कि काफी समय से वह रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर के टीएमटी सरिया उत्पाद बड़ी कंपनियों से सरिया खरीद कर उसे छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों को सप्लाई करता था।  2019 में उसकी फर्म जय दुर्गा स्टील्स फाफाडीह रायपुर में आयकर विभाग का छापा पड़ा था। उसके बाद उसका कारोबार ठप पड़ गया था। तब उसने अपने साथी नितेश गोयल निवासी कबीर नगर रायपुर को ट्रेडिंग के काम में शामिल किया। उसने व्यापारियों को बताया कि स्वास्तिक स्टील्स उसकी कंपनी है। जबकि उक्त कंपनी नितेश गोयल की थी। स्वास्तिक स्टील्स नामक फर्म के नाम से टीएमटी विक्रेता कंपनियों से माल खरीद कर बेचने  का कारोबार फिर से चालू कर लिया गया। पुराने व्यापारी भावेश पटेल पर भरोसा कर उसे माल देते रहे।इस दौरान व्यापारियों को धोखा देने का सिलसिला शुरू हुआ। टीएमटी सरिया अधिक दामों में खरीद कर कम दामों में बेचकर भी स्वास्तिक स्टील्स मार्केट में अपना रूतबा कायम रखने का दिखावा करती रही। पर जब विक्रेता कंपनियों की देनदारी बढ़ने लगी तब अचानक जून 2022 के आस-पास भावेश पटेल अपना मोबाईल बंद कर फरार हो गया। तब तक ईश्वर टीएमटी सहित लगभग सोलह कंपनियों का करीबन बारह करोड़ रूपये की देनदारी स्वास्तिक स्टील्स पर थी। व्यापारी भावेश पटेल का तलाश करते रहे। पर वह फरार हो चुका था। व्यापारियों ने स्वास्तिक स्टील्स के ऑफिस में पता किया तो वह फर्म किसी और व्यक्ति नितेश गोयल का होना पाया गया। इस तरह भावेश पटेल किसी और के फर्म को अपना फर्म बताते हुये व्यापारियों को धोखे में रखकर कारोबार कर रहा था। आखिरकार ईश्वर टीएमटी के द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया गया। भावेश पटेल के गिरफ्तार होेने पर सारे मामले का खुलासा हुआ। भावेश पटेल के द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि स्वास्तिक स्टील्स फर्म के असली प्रोपाराईटर नितेश गोयल के साथ 70/30 प्रतिशत के लाभांश में काम करने का करार कर शुरूआत में व्यापारियों का भरोसा अर्जित कर बाद में धोखाधड़ी व बड़े पैमाने में रकम के गबन करने का खेल खेला गया था। पकड़े जाने के बाद दोनों आरोपी एक-दूसरे के ऊपर आरोप मड़ते रहे। उन्होनें अपने बचाव में कई दस्तावेज भी तैयार किये थे । दोनों आरोपी भावेश पटेल एवं नितेश गोयल को उरला पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर ज्युडीशियल रिमाण्ड पर भेजा गया है।


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