रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 सितंबर। बस्तर संभाग में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने एफसीआई द्वारा चावल खाने जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। एफसीआई के जीएम राजेश कुमार, सहायक प्रबंधक के सिंग, महेन्द्र साहू, और कस्तुरी पौंधारा ने बुधवार को मंदिर हसौद डिपो में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि संतुलित आहार बनाए रखने के लिए भारत सरकार चावल फोर्टिफिकेशन की नीति को प्रोत्साहित कर रही है । देश में व्यापक सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से निपटने के लिए हाल ही में एक पहल के रूप में , भारत सरकार ने चावल फोर्टिफिकेशन की एक अवधारणा शुरू की है जिसमें पिसे हुए चावल को ( 100 : 1 के अनुपात में ) फोर्टिफाइड चावल कर्नेल के साथ मिश्रित किया जाता है जो नियमित आहार के माध्यम से पोषक तत्वों की कमी की आपूर्ति करने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा निर्धारित अनुसार आवश्यक विटामिन और खनिजों जैसे आयरन , विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड से समृद्ध होता है । देश में फोर्टिफाइड चावल के वितरण सम्बन्धी सरकार की प्रस्तावित योजना , समाज के कमजोर वर्ग के लिए पोषण सुरक्षा की दिशा में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है । इसके दूसरे चरण में 2024 तक आईसीडीएस और पीएम - पोषण सहित संपूर्ण टीपीडीएस और ओडब्ल्यूएस को कवर करना । केएमएस 2021-22 के दौरान भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ में 11.0 एलएमटी फोर्टिफाइड अरवा चावल और 6.05 एलएमटी फोर्टिफाइड उसना चावल की खरीद का लक्ष्य दिया है । अब तक भारतीय खाद्य निगम , छत्तीसगढ़ क्षेत्र द्वारा 8.80 एलएमटी फोर्टिफाइड अरवा चावल और 2.80 एलएमटी फोर्टिफाइड उसना चावल की खरीद की गई है । छत्तीसगढ़ राज्य में हाई बर्डन और आकांक्षी जिलों में फोर्टिफाइड चावल वितरित किया जा रहा है । इनमें कोरबा, कवर्धा, कोंडागांव रायगढ़ सुकमा राजनांदगांव महासमुंद कांकर नारायणपुर दंतेवाड़ा बीजापुर बस्तर शामिल है।