रायपुर

विद्यार्थियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करें शिक्षक: उइके
05-Sep-2022 5:41 PM
विद्यार्थियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करें शिक्षक: उइके

शिक्षा में नवाचार के लिए छत्तीसगढ़पूरे देश में उभरा: बघेल

रायपुर, 05 सितंबर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के 60 उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया। 

 राज्यपाल उइके ने राज्य शासन द्वारा स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के खुलने से शहरों से लेकर दूरस्थ अंचलों के विद्यार्थियों के अंग्रेजी में पढ़ने का सपना पूरा हो रहा है। नक्सली क्षेत्रों में बंद स्कूलों को प्रारंभ करवाने तथा बालवाड़ी का प्रारंभ शिक्षा की दिशा और दशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्यपाल ने कहा कि कोविड काल के दौरान मृत शिक्षकों के परिजनों को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति देकर मानवीय दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल की है। साथ ही विद्यालयों के रंगरोगन और जीर्णोद्धार के लिए 500 करोड़ की राशि आबंटित करने की भी सराहना की। 

 उन्होंने कहा कि शिक्षकों से अनुरोध है कि वे अपने विद्यार्थियों के मन में भारतीय सांस्कृतिक विरासतों के समृद्ध तत्वों का संचार करें तथा भारतीय संविधान, लोकतंत्र, सर्वधर्म समभाव, राष्ट्रीय एकता तथा अखण्डता के प्रति दृढ़ आस्था एवं विश्वास बढ़ायें। वे ऐसे प्रयास करें जिससे बच्चों में न केवल अनुशासन बढ़े, बल्कि उन्हें खुद को जानने और समझने में मदद मिले और वे भावी चुनौतियों का सामना करने में खुद को सक्षम और समर्थ बना सके।

मुख्यमंत्री बघेल ने सम्मानित सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए कोविड के चुनौती भरे समय में भी विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित नहीं होने दिया। अनेकों नवाचारों के माध्यम से शिक्षा अनवरत जारी रही और प्रधानमंत्री ने भी जशपुर के शिक्षक का मन की बात में उल्लेख किया और उनकी प्रशंसा भी की। इसी प्रकार छत्तीसगढ़  के शिक्षा में नवाचार को नीति आयोग ने भी सराहा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता तथा उसके विस्तार के लिए शासन ने हर वो पहल की है, जिसकी जरूरत महसूस की जा रही थी। सुकमा से लेकर बलरामपुर तक आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के और स्कूलों को खोलने की मांग की जा रही है। हमने 279 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले हैं तथा और स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा उन्नयन के प्रयासों में स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए 500 करोड़ की राशि स्वीकृत की है तथा अब  बालवाड़ी भी खोले जा रहे हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ी सहित प्रदेश की विभिन्न स्थानीय बोलियों में एक दिन कार्य का संचालन भी किया जायेगा। 

शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भी  संबोधित किया। इस अवसर  प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, राज्यपाल के सचिव  अमृत कुमार खलखो, सचिव स्कूल शिक्षा  एस. भारतीदासन, राज्यपाल के विधिक सलाहकार  राजेश श्रीवास्तव, संचालक स्कूल शिक्षा  सुनील कुमार जैन,  राजभवन व शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित शिक्षकगण उपस्थित थे।


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