रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 सितंबर। आज से कुल 31 जिलों का छत्तीसगढ़ होगा। और अगले सप्ताह बैकुंठपुर - मनेंद्रगढ़ -चिरमिरी के अस्तित्व में आते ही 32 जिले हो जाएंगे।इनमें से छह जिले 2018 के बाद चार वर्षों में गठित किए गए। 32 में से पांच जिले संयुक्त जिले होंगे। इनमें बलौदाबाजार - भाटापारा, बलरामपुर - रामानुजगंज , भाजपा शासनकाल में गठित किए गए थे। 15 वर्ष बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ने इन चार वर्षों में पांच जिले बनाए।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अगले वर्ष होने वाले चुनाव से पहले कुछ और जिले गठित होने पर 36 जिलों का छत्तीसगढ़ होगा। बीते दो दिनों में गठित संयुक्त जि़लों के संक्षिप्त नामों को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं। इनमें 29 वें जिले मोहला-मानपुर- अंबागढ़ चौकी(एम एम ए) 30वें जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़(एसबी) और 31 वें जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई (केसीजी) और सात सितंबर को अस्तित्व में आने वाले बैकुंठपुर - मनेंद्रगढ़ - चिरमिरी ( बीएमसी) के रूप में पहचाने जाएंगे। इससे पहले गठित गौरेला - पेंड्रा -मरवाही को जीपीएम के नाम से पुकारा जाने लगा है। कांग्रेस सरकार ने सक्ती को भी जिला बनाया है।इन नवगठित जिलों में लोगों तक प्रशासनिक पहुंच बढ़ेगी। यहां विकास कार्यों को गति मिलेगी।और आखरी गांव में रह रहे व्यक्ति को लाभ मिलेगा ।