रायपुर

जिनकी खुद की नहीं है वे फेडरेशन की इज्जत की चिंता ना करें
04-Sep-2022 5:11 PM
जिनकी खुद की नहीं है वे फेडरेशन की इज्जत की चिंता ना करें

हड़ताल को लेकर रार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 सितंबर। छ
त्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आंदोलन पर  विरोधी गुट महासंघ नेताओं के बयान पर पलटवार हुआ है।
फेडरेशन के सबसे बड़े संगठन तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने एक बयान में कहा कि महासंघ के नाम पर फर्जी लेटर पैड का उपयोग कर मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त जैसे संवैधानिक प्रमुखों को दिग्भ्रमित करने वालों की इस 5 लाख कर्मचारियों में कोई इज्जत नहीं है। ऐसे लोग फेडरेशन की इज्जत बचाने की चिंता न करें। वे अपनी इज्जत बचाने में लगे रहें।

संघ के प्रांतीय संरक्षक विजय कुमार झा, प्रदेश अध्यक्ष अजय तिवारी, न्यायिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष युद्धेश्वर सिंह ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में ऐतिहासिक एवं सफल आंदोलन किया। जीत और हार का निर्णय फर्जी संगठन चलाने वाले अपंजीकृत संस्था के लेटर पैड पर अपने आप को संयोजक लिखने वाले अनिल शुक्ला, ओपी शर्मा, संजय तिवारी ने करें।

क्या निर्णय होगा या मुख्यमंत्री के आंदोलन वापस करने की अपील, आंदोलन वापसी के बाद फेडरेशन से चर्चा तथा कर्मचारियों के न्यायोचित, उचित मांगों पर निर्णय लेने के अपील के बाद आंदोलन स्थगित करने को इज्जत बचाना शब्द का उपयोग कर मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के वचनों को भी झूठलाकर सशंकित करते हुए कर्मचारियों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।

संघ के महामंत्री उमेश मुदलियार, संभागीय अध्यक्ष संजय शर्मा, जिला शाखा अध्यक्ष रामचंद्र ताण्डी, प्रांतीय सचिव विश्वनाथ धु्रव नरेश वाढ़ेर विमल चंद कुंडू पीतांबर पटेल, प्रदीप उपाध्याय, विजय डागा, सुनील जारोलिया,आकाश त्रिपाठी, कौशल अग्रवाल, मनीष ठाकुर, कमलेश तिवारी, राजू गवई, सुरेंद्र त्रिपाठी, शेखर सिंह ठाकुर, जगदीश भारद्वाज, राजकुमार शर्मा आलोक जाधव संजय सक्सेना, डॉ.अरुंधति परिहार, रितु परिहार, नीलिमा चंद्राकर, आदि ने कहा है कि एक शिक्षक को यह बोध होना चाहिए कि जो परीक्षा दिलाता है, वही पास और फेल होता है।

जो परीक्षा नहीं दिलाता उसे सप्लीमेंट्री भी नहीं आती है। यदि फर्जी महासंघ जिसका पंजीयन पंजीयक फर्म्स एवं संस्थाएं में नहीं है पंजीयन निरस्त किया जा चुका है, इस आंदोलन को असफल होना और मुख्यमंत्री के बहाने इज्जत बचाना मान रहे हैं, तो शायद वह यह भी सोच रहे होंगे कि आंदोलन असफल हुआ जो उनकी भूल साबित होगी।

6 प्रतिशत महंगाई भत्ता भी विगत 4 माह से जारी फेडरेशन के चरणबद्ध आंदोलन का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री स्वयं ट्विटर में बताया था कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करने कुछ कर्मचारी संगठन के नेता आए थे। ज्ञातव्य है कि मूल फेडरेशन ने घोषणा के दूसरे दिन पूरे प्रदेश में उत्सव मना कर विधानसभा सत्र के दौरान मार्च में ही मुख्यमंत्री का स्वागत आभार कर दिया था।
स्वागत धन्यवाद से वंचित फर्जी महासंघ जो पहले फेडरेशन के नाम का दुरुपयोग करते हुए दूसरी बार महंगाई भत्ता मोर्चा के नाम पर जीवित रहे, अब महासंघ का नाम लेकर मुख्यमंत्री को पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करने गए थे, बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने महंगाई भत्ता के बारे में बोलने पर 6 प्रतिशत से ज्यादा नहीं दूंगा  कहा था। जिसे बाहर आकर 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा यह श्रेय लेने के लिए इन्हीं फर्जी लोगों ने घोषणा की थी।

 


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