रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 सितंबर। रायपुर में पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय समन्वयक समिति की बैठक और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा के लिए नेताओं का आना शुरू हो गया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश और आज प्रदेश के सह प्रभारी नितिन नवीन पहुंच गए हैं। उन्होंने शनिवार दोपहर ठाकरे परिसर में एक बैठक ली। यह बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की होने वाली सभा की तैयारियों के लिए हुई।
संघ की बैठक 10 से 12 सितंबर तक होगी। इस बैठक में देश भर के दो सौ से ज्यादा शीर्षस्थ स्वयं सेवक और नेता आएंगे। ये सभी तीन दिन साथ रहेंगे। इन नेताओं की आवासीय व्यवस्था और बैठक एयरपोर्ट के सामने जैनम भवन में होगी। इन्हें तीनों दिन नाश्ते-खाने में छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे जाएंगे। बताया गया है कि आरएसएस की जिस भी राज्य में राष्ट्रीय स्तर की बैठक होती है, उस राज्य के व्यंजन हमेशा बनाए जाते हैं। यहां पर मेहमानों को चीला, फरा, चौसेला सहित अन्य छत्तीसगढ़ी पकवानों का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। इसी के साथ शक्कर, बिना शक्कर की चाय के साथ बिस्किट भी दोनों तरह के होंगे। इस बैठक के लिए आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित संघ के पांचों सह सरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारी नौ तारीख को शाम,रात तक आएंगे। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ संघ से जुड़े 37 से ज्यादा संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महासचिव, संगठन महामंत्री भी शामिल होंगे।
इस पूरी व्यवस्था में संघ के रायपुर महानगर के पदाधिकारियों और स्वयं सेवकों को तैनात किया गया है,न की भाजपा के। संघ नेतृत्व को शंका है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं की मदद लेने से बैठक की विषय वस्तु और चर्चाएं सार्वजनिक हो सकती हैं। इसीलिए नड्डा की सभा भी पहले ही दिन तय कर दी गई है ताकि अगले दो दिन उनसे मिलने लोग जैनम भवन न पहुंचे।
मेनू में बिना शक्कर की चाय, और छत्तीसगढ़ी व्यंजन
देश भर के जो भी नेता बैठक में शामिल होने आ रहे हैं, सभी 9 सितंबर की रात तक जैनम भवन पहुंच जाएंगे। इसी दिन रात से लेकर 12 सितंबर की रात तक सभी यहां पर खाना खाएंगे। इनके लिए जो खाना बनाया जाएगा, उसके साथ हर वक्त के खाने में छत्तीसगढ़ी पकवान भी बनेंगे। इसमें मुख्य रूप से चीला, फरा, चौसेला, खुर्मी, बड़ा, कढ़ी, लालभाजी,आलु-मुनगे के साथ बड़ी की सब्जी, शामिल होंगे। व्यवस्था में लगे आरएसएस के राज्य के नेताओं का कहना है आरएसएस जहां भी ऐसी बैठकें होती हैं, लंच -डिनर के मेनू में स्थानीय पकवानों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाता है। मेहमानों को सुबह और शाम को चाय के साथ जो बिस्किट दिए जाएंगे वो किसी भी नामी कंपनी के न होकर स्थानीय बेकरी में बनने वाले बिस्किट होंगे। इसी के साथ चाय और खाने में किसी भी तरह के प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही व्रत उपवास का भी ख्याल रखा गया है, ऐसे मेहमानों के लिए फलों की व्यवस्था रहेगी।