रायपुर

रायपुर, 31 अगस्त। अग्रवाल सभा रायपुर के चुनाव को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सभा के उपाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए मतदाता सूची फिर से बनवाकर चुनाव कराने की मांग की। उन्होंने बताया सदस्यता सूची का कोई भी प्रारूप तय नहीं है, वर्तमान में सदस्यता सूची की कोई प्रमाणिकता नहीं है बिना कार्यकारिणी में अनुमोदित एवं बिना रजिस्ट्रार एवं फर्म सोसाइटी को दी गई सदस्यता सूची का कोई अर्थ नहीं है, इस सदस्यता सूची में लगभग 2000 वरिष्ठ लोगों के नाम सम्मिलित नहीं है यहां तक कि कई पूर्व अध्यक्षों के भी नाम सूची में नहीं है, प्रमुख रूप से सुरेश गोयल जो कि संस्था के 6 वर्षों तक अध्यक्ष रहे वर्तमान में संरक्षक मंडल में उनका नाम है उनका भी नाम सदस्यता सूची में नहीं है, जबकि कुछ दिन पूर्व सदस्यता हेतु मोहल्ला समितियों के माध्यम से फार्म जमा कराए गए हैं उसमें सुरेश गोयल के द्वारा फॉर्म भरकर जमा कराया गया है, जिसकी पावती भी उनके पास है उसके बावजूद भी सुरेश गोयल का नाम सूची में नहीं है सुरेश गोयल सहायक चुनाव अधिकारी के पास अध्यक्ष पद के नामांकन फार्म प्राप्त करने हेतु पहुंचे थे सहायक चुनाव अधिकारी ने उन्हें लिखित रूप में यह जानकारी दी है कि क्योंकि आपका नाम सदस्यता सूची में नहीं है अत: आपको नामांकन फॉर्म नहीं दीया जा सकता है जबकि सुरेश गोयल जी पूर्व में 6 वर्षों तक अग्रवाल सभा के अध्यक्ष रह चुके हैं अत: यह चिंतन का विषय है।
इसी आदेश में यह भी उल्लेख है कि यह सभी कार्यवाहीया पूर्ण करने के पश्चात अग्रवाल सभा की कार्यकारिणी में यह सब अनुमोदित कराए जाएं एवं इस कार्रवाई के न्यूनतम 45 दिन की सूचना सर्व अग्रवाल सभा को दी जाए तत्पश्चात चुनाव संपन्न कराया जाए। 28 अगस्त की साधारण सभा में चुनाव अधिकारी के द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई जोकि 28 अगस्त के पश्चात मात्र 14 दिन के अंतर पर मतदान की तिथि निश्चित की गई क्योंकि रजिस्ट्रार द्वारा निर्देशित प्रक्रिया पूर्ण करने के एवं कार्यकारिणी के द्वारा अनुमोदित करने के पश्चात 45 दिन की सूचना आम सदस्यों को दी जाने के पश्चात ही चुनाव कार्यक्रम संपन्न कराए जा सकते हैं अत: है यह निश्चित है कि वर्तमान चुनाव प्रक्रिया अवैधानिक एवं गैर कानूनी है।