रायपुर

‘एस्मा’ लगाने की तैयारी, हड़ताल जारी रखने फेडरेशन कल बनाएगा आगे का प्लान
30-Aug-2022 6:45 PM
‘एस्मा’ लगाने की तैयारी, हड़ताल जारी रखने फेडरेशन कल बनाएगा आगे का प्लान

धरना स्थल पर शिव गौरी की पूजा करती हड़ताली महिला कर्मी


‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 30 अगस्त। केंद्र के समान डीए और एचआरए की मांग को लेकर अधिकारी- कर्मचारी फेडरेशन की बेेमुद्दत हड़ताल नौवे दिन भी जारी है। इधर राज्य सरकार ने सोमवार को ब्रेक इन सर्विस का आदेश जारी करने के बाद आज एस्मा लगाने की तैयारी में है। सरकार का कहना है यदि कर्मचारी एक सितंबर से काम पर लौटते हैं, तो सितंबर में उनके वेतन में कटौती नहीं की जाएगी साथ ही जो कर्मचारी ड्यूटी लौटना चाहते हैं उन्हें पुलिस की सुरक्षा दी जाएगी। इधर फेडरेशन के नेताओं का कहना है कि हमने एक माह पहले मुख्य सचिव को नोटिस देकर हड़ताल शुरू की है। इसलिए एस्मा नहीं लगाया जा सकता। इधर तीज अवकाश के बाद भी महिला कर्मचारी,धरना स्थल पर ही उपवास और पूजा कर रही है।

मंगलवार सुबह राजधानी के सभी हड़ताली कर्मी धरना स्थल पहुंचे और सरकार विरोधी नारेबाजी में जुट गए। इनका विरोध आज और आक्रोश भरा नजर आया। पूछने पर बताया गया कि राज्य सरकार अपने कर्मियों के बजाए आईएएस, आईपीएस, आईएफएस अफसरों के एचआरए में वृद्धि कर दी है। सरकार को  चंद अफसरों की चिंता अधिक है। बजाए राज्य के लाखों कर्मचारियों के, कल मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने फेडरेशन के नेताओं से चर्चा की लेकिन ठोस भरोसा नहीं दिया। इस बीच फेडरेशन ने आगे की रणनीति बनाने बुधवार को दोपहर 2 बजे अपने सहयोगी संगठनों की बैठक बुलाई है। संयोजक कमलवर्मा ने बताया कि हड़ताल वापसी की खबरे केवल दुष्प्रचाार है। सरकार के दबाव में ऐसी खबरें चल रही है। बेमुद्दत हड़ताल  के दौरान हर सप्ताह,सभी संगठनों की बैठक लेकर अब तक की गतिविधियों पर चर्चा और आगे की रणनीति बनाई जाती है। कल की बैठक के लिए संभाग-जिला संयोजक व प्रभारियों की बैठक बुलाई है। हड़ताल वापसी का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

हड़ताल कर रहे कर्मचारी लेकिन आला अफसरों का एच आर ए बढ़ा

केंद्र के आदेश अनुसार राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में कार्यरत आईएएस आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों का एच आर ए बढ़ा दिया है। जीएडी के आदेश अनुसार वाई श्रेणी के शहरों में कार्यरत अधिकारियों को 18त्नऔर जेड श्रेणी के शहरों में कार्यरत अधिकारियों को 9फीसदी  एच आर ए बढ़ा दिया गया है।

छत्तीसगढ़ का असर आंध्र में भी

इधर छत्तीसगढ़ में चार लाख कर्मचारियों की हड़ताल का असर पड़ोसी राज्यों में भी देखने को मिला है। आंध्रप्रदेश के कर्मचारी संगठन भी हड़ताल पर चले गए हैं। स्थानीय समाचार माध्यमों ने कर्मचारी नेताओं से चर्चा की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के आंदोलन का हवाला दिया।


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