रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 नवंबर। तमनार थाना क्षेत्र में ग्रामीण महिला को धोखे में रखकर भू-अर्जन से प्राप्त मुआवजा राशि हड़पने वाले कियोस्क बैंक संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी नरेंद्र बेहरा छिरवानी, जो मिलुपारा में कियोस्क बैंक संचालित करता था, पर महिला के खाते से 4,62,500 निकालने का आरोप है।
पीडि़ता सत्यभामा सिदार निवासी मिलुपारा (हाल छिरवानी) ने 09 नवंबर को थाना तमनार में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी मां रूपवती सिदार को भू-अर्जन के तहत रूपये मिले थे जिसमें से 15 लाख रुपये इसके खाते में इसकी मां डाली थी। बैंक की दूरी अधिक होने के कारण वह मिलुपारा स्थित आरोपी के कियोस्क केंद्र से राशि निकालने जाती थी। उसी दौरान सितंबर 2020 से दिसंबर 2020 के बीच जब रूपये लेन-देन के लिए आरोपी के कियोस्क शाखा गई थी, तभी आरोपी ने उसके खाते से अलग-अलग तिथियों में कुल 4,62,500 अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया।
महिला ने बताया कि आरोपी अक्सर पैसे निकालते समय दो बार अंगूठा लगाने को कहता था और उसी बीच चालाकी से राशि अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था। आरोपी ने उसके बड़े पापा और भाई हलधर सिदार के खातों से भी भू-अर्जन की राशि निकाल ली थी। आरोपी को ट्रांजैक्शन की अधिकृत आईडी प्राप्त थी, जिसका दुरुपयोग करते हुए उसने अमानत में खयानत, धोखाधड़ी की।
अपराध पंजीबद्ध के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए तमनार पुलिस ने आरोपी की पतासाजी कर 10 नवंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी ने मिलुपारा क्षेत्र के अन्य ग्रामीणों के खातों से भी प्रदत्त भू-अर्जन की राशि निकाली है, जिसकी जांच की जा रही है।
इस प्रकरण में धारा 420, 409 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी से बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, कंप्यूटर हार्ड डिस्क और एक मोबाइल फोन जब्त कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।


