रायगढ़

ओबीसी महासभा के संभाग उपाध्यक्ष ने शुरू की मौन भूख हड़ताल, सडक़ निर्माण तक जारी रखने की घोषणा
08-Oct-2025 9:42 PM
ओबीसी महासभा के संभाग उपाध्यक्ष ने शुरू की मौन भूख हड़ताल, सडक़ निर्माण तक जारी रखने की घोषणा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 8 अक्टूबर। रायगढ़ जिले के छाल क्षेत्र में सडक़ निर्माण की मांग को लेकर ओबीसी महासभा के संभाग उपाध्यक्ष चैतुराम साहू ने 7 अक्टूबर से मौन भूख हड़ताल शुरू की है। उनका कहना है कि सडक़ निर्माण या मरम्मत कार्य शुरू होने तक वे भूख हड़ताल जारी रखेंगे।

चैतुराम साहू ने बताया कि कोयला परिवहन के कारण क्षेत्र की सडक़ें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कई बार ज्ञापन देने और आंदोलन करने के बावजूद सडक़ों की मरम्मत या निर्माण कार्य नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि ऐडु पुल से छाल-घरघोड़ा चौक, थानापारा, धूल चौक से नवापारा तक सडक़ निर्माण नहीं होने के कारण लोगों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

साहू ने 25 सितंबर को अनुविभागीय अधिकारी, धरमजयगढ़ को ज्ञापन सौंपकर समस्या की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पूर्व में दिए गए लिखित आश्वासन के बाद भी सडक़ों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

स्थानीय लोगों का समर्थन

चैतुराम साहू के इस आंदोलन को श्रीमंत राव मेश्राम, जनपद सदस्य संतराम खुंटे, नंदलाल चंद्रा (जिला अध्यक्ष, ओबीसी महासभा रायगढ़), धरम साहू, श्याम राठिया (सरपंच) और भगतराम राठिया (सरपंच, बोजिया) सहित कई ग्रामीणों ने समर्थन दिया है।

रोजाना फंस रहे वाहन,

लग रहा जाम

ओबीसी जिला प्रवक्ता श्रीमंत राव मेश्राम और निर्मल साहू ने बताया कि छाल क्षेत्र के बांधापाली, नवापारा, खेदापाली, बोजिया, चंद्रशेखरपुर और ऐडु की सडक़ें लंबे समय से खराब हैं।  बरसात के दौरान गड्ढों में पानी भर जाने से दुर्घटना की संभावना रहती है और वाहनों को आवागमन में कठिनाई होती है।

उन्होंने कहा कि सडक़ निर्माण की मांग को लेकर एक के बाद एक कई बार ज्ञापन और आंदोलन करने के बावजूद आज तक न तो सडक़ के गड्ढों को भरा गया है और न ही सडक़ निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है। बारिश होने के दौरान सडक़ के गड्ढों में पानी भर जाने के गड्ढे के गहराई का पता नहीं चल रहा है, जिससे रोजाना यहां की सडक़ में गाडिय़ां फंस रही है, जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो रही है।

पूर्व में भी किया था आंदोलन

निर्मल साहू ने बताया कि चैतुराम साहू ने इससे पहले भी 12 जुलाई को भूख हड़ताल की थी, जिसके बाद तहसीलदार छाल ने लिखित रूप से आश्वासन दिया था कि वर्षा समाप्ति के बाद सडक़ मरम्मत और निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। ग्रामीणों के अनुसार, अब तक न तो गड्ढों की मरम्मत हुई है और न ही सडक़ निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है।


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