रायगढ़

रायगढ़ में सजा मातारानी का दरबार
23-Sep-2025 7:55 PM
रायगढ़ में सजा मातारानी का दरबार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 23 सितंबर। रायगढ़ के पूर्वी अंचल में चारों दिशाओं में माता रानी के दरबार सज गए है। रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ सभी देवी मंदिरों में माता रानी की सोमवार को घट स्थापना कर माता शैल पुत्री की पूजा अर्चना भक्तों ने किया। 

माता सांपखंडिन देवी का मंदिर

पूर्वांचल के दक्षिण में महापल्ली शकरबोगा से कनकतूरा सडक़ मार्ग सांपखर जंगल में माता सांपखंडिन देवी के प्रति लोगों की आस्था दिनोदिन बढ़ती जा रही है। यह छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीमा पर है जहां दोनों राज्य के भक्तों की एक समिति द्वारा माता जी की मंदिर निर्माण किया गया है। यहां पर पूरे नौ दिन नवरात्रि ज्योति कलश जगमगा रही है। पिछले कई वर्षों से यहां पर नवरात्र में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। रावण दहन और कई भक्ति भजन कीर्तन करते हुए लोग माता सांपखंडिन देवी की आराधना करते हैं।

धनुबांस जंगल में माता बंजारी

पूर्वांचल के उत्तर दिशा में धनुबांस जंगल में माता बंजारी की भव्य मंदिर सजी हुई है जहां नव रात्रि में विशेष उपासना एवं भजन कीर्तन किया जाता है। यह भी ओडिशा और छत्तीसगढ़ दोनों राज्य के भक्तों के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जाता है। नवरात्रि में यहां भक्तों की अपार भीड़ देखी जा सकती है।

मां भद्रकाली का दरबार महापल्ली

सुसंस्कृत ग्राम महापल्ली में मां भद्रकाली का दरबार पिछले कई वर्षों से महापल्ली के बीच बस्ती में सजी हुई है। यहां भी मातारानी के लिए नव रात्रि पूजन उपासना की जाती है। रविवार को कलश यात्रा के साथ नवरात्रि के प्रथम दिवस पर माता रानी के विधिवत पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई है। इस दरबार में भी मत्था टेकने दूर दूर से भक्त आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी कर जाते हैं। 

महापल्ली का ऐतिहासिक दशहरा महोत्सव

रायगढ़ पूर्वी अंचल के महती ग्राम महापल्ली में सन 1982 से लगातार दशहरा महोत्सव मनाया जाता है। यह  44 वीं वर्ष है जिसकी तैयारी शुरू हो गई है। मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती है। रात्रि कालीन अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यहां के रावण दहन कार्यक्रम में दस हजार से अधिक भीड़ देखने आती है।

माता मानकेश्वरी का दरबार जामगांव

पूर्वांचल के पूर्वी छोर यानि जामगांव रेलवे स्टेशन के पास माता मानकेश्वरी जी की भव्य मंदिर स्थापित है। यहां सभी दिन भक्त दर्शन करने आते हैं। यह भी ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सजा है माता रानी का भव्य दरबार। इस मंदिर में में भी नवरात्रि के ज्योत जगमगा रहे हैं।

इस मंदिर में ओडिशा के अनेक गांव हैं जो इस मंदिर के आसपास है वहीं छत्तीसगढ़ से जामगांव, कोयलंगा, मनुआपाली बेहरापाली भुइयापाली आदि गांव के साथ साथ जिले भर से भक्त जन इस मंदिर में मत्था टेकने आते हैं। 


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