रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 सितंबर। शहर के डिग्री कॉलेज में पानी और शौचालय की अव्यवस्था को लेकर छात्र-छात्राओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन इस मुद्दे पर विभिन्न संगठनों द्वारा घेराव और धरना प्रदर्शन किए जाते हैं, लेकिन कॉलेज प्रबंधन हर बार सिर्फ आश्वासन देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता नजर आता है। इन समस्याओं का कोई स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ है।
आज कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्रबंधन के मुख्य गेट के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने मीडिया से बातचीत में अपनी समस्याएं साझा की। एक छात्र ने बताया कि कॉलेज में पीने के पानी के लिए कई जगह वॉटर कूलर लगाए गए हैं, लेकिन उनमें पानी उपलब्ध नहीं रहता। मजबूरन छात्रों को क्लास छोडक़र बाहर बोतलबंद पानी खरीदने जाना पड़ता है, जिससे उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। छात्रों ने कहा, हमने कई बार शिकायत की, लेकिन प्रबंधक का जवाब एक ही है- मैं अभी नया आया हूं, समस्या को समझूंगा, फिर कोई कदम उठाऊंगा।
वहीं, एक छात्रा ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, हम फीस देकर पढ़ाई करने आते हैं, लेकिन हमें कोई बुनियादी सुविधा नहीं मिलती। बाथरूम की हालत इतनी खराब है कि उसका उपयोग करना मुश्किल है। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रबंधन ने किसी महिला स्टाफ को स्थिति जांचने तक नहीं भेजा। क्या कॉलेज सिर्फ पैसे कमाने के लिए बनाया गया है?
छात्रों ने भी प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठाए। एक छात्र ने बताया, एक तरफ पीने का पानी नहीं है, दूसरी तरफ बाथरूम के नल और बेसिन खराब हैं। पानी बहकर बर्बाद हो रहा है, लेकिन न तो सफाई होती है और न ही मरम्मत। यह समस्या सालों पुरानी है, और हम जैसे-तैसे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। प्रबंधक ने मीडिया को बताया कि वे समस्याओं को समझ रहे हैं और जल्द ही इसका समाधान करेंगे। प्रबंधक ने यह भी कहा कि इस मुद्दे को अभी तक जिला प्रशासन के सामने नहीं उठाया गया है, लेकिन समय मिलने पर इसे रखा जाएगा।
छात्रों का कहना है कि बार-बार के आश्वासनों से उनका भरोसा टूट चुका है। उन्होंने मांग की है कि कॉलेज में पीने का पानी, स्वच्छ शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएं। छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे।