रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 सितंबर। जिले में जर्जर सडक़ निर्माण की मांग को लेकर आधे दर्जन से भी अधिक गांव के ग्रामीण आज सुबह से ही चक्काजाम कर दिया है। जिससे इस मार्ग में चलने वाले भारी वाहनों के पहिये पूरी तरह से थम गए हैं। सडक़ निर्माण का आश्वासन मिलने के बाद करीब पांच घंटे बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया, तब जाकर इस मार्ग मेंं वाहनों का परिचालन शुरू हो सका।
जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित गेरवानी- सराईपाली सडक़ की हालत एक लंबे अर्से से बहुत ही जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले 15 से अधिक गांव गेरवानी, शिवपुरी, पाली, देलारी, सारापाली, गडग़ांव,गौरमुड़ी, बरपाली, हर्राडीह, जीवरी, तरकपुर, राबो के अलावा अन्य गांव के ग्रामीणों के अलावा इस क्षेत्र के स्कूली छात्रों को आने-जाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि 15 टन की कैपेसिटी वाली सडक़ में 24 घंटे 100 टन तक की गाडिय़ां रोजाना चलती है। चक्काजाम कर रहे लोगों ने बताया कि सडक़ निर्माण में यहां भारी लापरवाही बरती जाती है। यहां सडक़ निर्माण तो की जाती है जो एक-दो माह में ही अपने पुराने स्वरूप में पहुंच जाती है।
गांव के ग्रामीणों की मांग है कि गेरवानी से देलारी, सराईपाली तक गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए सडक़ निर्माण किया जाये। गांव के ग्रामीणों का यह भी कहना था कि उनके क्षेत्र से आधे दर्जन से अधिक छोटे से लेकर बड़े उद्योग स्थापित हैं लेकिन इसके बावजूद सडक़ जैसी मूलभूत समस्याओं से उन्हें जूझना पड़ता है। सडक़ की हालत इतनी भयावह है कि कभी भी इस क्षेत्र में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता।
सुबह 08 बजे से आधे दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने देलारी के पास स्थित नेत्रानंद ढाबा के सामने सडक़ में बैठकर चक्काजाम शुरू कर दिया है। जिससे इस मार्ग में चलने वाले सैकड़ों वाहनों के पहिये थम गए हैं और वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस मामले की जानकारी मिलते ही पूंजीपथरा पुलिस टीम के अलावा प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया और जल्द ही सडक़ निर्माण शुरू करने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों ने दोपहर 1 बजे के आसपास चक्काजाम समाप्त किया।


