रायगढ़

ग्रामीणों में आक्रोश, थाने के सामने दिया धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 सितंबर। जिले के कोतरा रोड थाना क्षेत्र में गणेश विसर्जन के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए लाठीचार्ज ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है। रात करीब 2 बजे कलमी गांव के पास कुसमुरा गांव के 50 से 100 ग्रामीण कोतरा रोड थाने के सामने धरने पर बैठ गए, जो पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ अपना विरोध जता रहे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गणेश विसर्जन के लिए जा रहे उनके समूह में शामिल पुरुष व महिलाओं पर कोतरा रोड पुलिस ने बिना किसी उचित कारण के लाठीचार्ज किया, जिससे कई लोग चोटिल हुए।
सरपंच प्रतिनिधि कमलेश डनसेना ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अन्य संगठनों द्वारा किए गए विसर्जन पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन आदिवासी समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया। उन्होंने सवाल उठाया, क्या हम आदिवासी होने के कारण पुलिस की इस कार्रवाई का शिकार हुए? ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना न केवल उनके धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि सामाजिक भेदभाव को भी दर्शाती है।
घटना की सूचना मिलते ही रायगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम देर रात कोतरा रोड थाने पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की जाएगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बात करते हुए कहा, घटना की गंभीरता को देखते हुए हम जल्द जांच शुरू करेंगे। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
यह घटना स्थानीय स्तर पर पुलिस और समुदाय के बीच बढ़ते अविश्वास को उजागर करती है। ग्रामीणों का धरना देर रात तक जारी रहा, और उन्होंने मांग की कि दोषियों को तुरंत दंडित किया जाए। इस मामले ने न केवल प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि सामाजिक समानता और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों को भी चर्चा में ला दिया है। जांच के परिणाम और प्रशासन की आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।