रायगढ़

पेंशन अटका, तीन वर्षों से दफ्तर के चक्कर काट रहे रिटायर्ड कर्मचारी
03-Sep-2025 8:31 PM
पेंशन अटका, तीन वर्षों से दफ्तर के चक्कर काट रहे रिटायर्ड कर्मचारी

मामला एसईसीएल रायगढ़ के बरौद कालरी का

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

घरघोड़ा, 3 सितंबर। कोल इंडिया की अनुशांगिक कोयला कम्पनी एसईसीएल बिलासपुर के अंतर्गत रायगढ़ क्षेत्र के बरौद कालरी में गत 2021 से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों ने अपने जीवन का सर्वणीम काल कम्पनी की सेवा में व्यतीत किया और सेवानिवृत्त होने के बाद दूध में मक्खी की तरह उन्हें मौजूदा प्रबंधन निकाल कर फेंक दिया। उन्होंने कंपनी में धूप, बारिश और ठंड को नजर अंदाज कर खुली खान परियोजना बरौद कालरी उपक्षेत्र में सेवाएं दी। आज तीन वर्षों के बाद भी 20 सेवानिवृत्त सदस्यों का रिवाईज्ड पेंशन एनसीडब्ल्यू- दावा प्रकरण का निपटारा कोयला खान भविष्य निधि संगठन क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर व एसईसीएल प्रबंधन रायगढ़  और बरौद कालरी प्रबंधन के मध्य मामला अटकी हुई है।

गत वेतन समझौता के तहत सेवानिवृत्त कोयला कर्मचारियों की बढ़ी हुई वेतन अंतराल का फैसला लेने में जिम्मेदार अधिकारियों का तीन साल का समय लग गया इस बीच पेंशन की बढ़ी हुई दर का बाट जोहते जोहते तीन सदस्यों की मौत भी हो चुकी है शेष बचे सदस्यों में अनेकों लोग शारीरिक और मानसिक रूप से बढ़े हुए पेंशन का बाट जोहते जोहते जिसकी आंखे पथरा सी गई है और मानसिक रूप से बीमारी ने उन्हें घेर रखा है यह शर्मशार करने वाली वाक्या एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र के खुली खदान परियोजना बरौद कालरी की है

बरौद कालरी से सेवानिवृत्त हुए कोयला कर्मचारियों में इंजीनियर,फोरमेन,फीटर, आपरेटर,लिपिक जैसे पदों में रहते हुए कम्पनी की सेवाएं देते हुए उत्पादन उत्पादकता और कोयला संप्रेषण के दौरान जिन्होंने कठोर परिश्रम किया अब वे सेवानिवृत्त हो चुके हैं कोई 2021 से है तो कोई 2023 की तिथि में इन तीन चार वर्षो में 20 सदस्यों का हिसाब किताब और वह भी पेंशन का रिवाईज्ड नहीं किया जाना आश्चर्य का विषय है!

पांच महिनों से चल रही है प्रबंधन व कोयला खान भविष्य निधि संगठन क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर के मध्य पत्राचार पर कोई ठोस निर्णय अभी तक नहीं लिया जा सका है अब 20 सदस्यों की बढ़ी हुई पेंशन दर की राशि कब तक नहीं दी जायेगी यह अब आने वाला समय बताएगा!

पिछले वेतन समझौता के अनुसार संसोधित पेंशन की जिनकी गणना बरौद उपक्षेत्र के 20 सदस्यों की होनी है जो तीन साल से अधर में लटकी हुई है जिनका नाम क्रमश: तिपन्ना कृष्णा, एके अग्रवाल, विनोद कुमार सारथी, रथराम बीपी, मोहर लाल देहरी, स्व.अंजोर सिंह, बच्छराम, मो.आलम , शिवलाल साहू, राजकुमार,नितेश चंद्रवंशी, गनपत लाल चौहान ,स्व समयलाल, हंसराज,स्व सालिक राम कुजुर,मुकेश कुमार मोदी,गणेश राम, तेरस राम साहू,जगित राम और भरतलाल है।


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