रायगढ़

रायगढ़, 29 जुलाई। जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक अंतर्गत विश्व आदिवासी दिवस के आयोजन को लेकर समाज प्रमुखों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष यह गौरवशाली पर्व 17 अगस्त रविवार को बड़े धूमधाम, उत्साह एवं सामाजिक एकजुटता के साथ मनाया जाएगा।
वहीं बैठक में इस निर्णय के पीछे प्रमुख कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई। दरअसल, 9 अगस्त को जहां विश्व आदिवासी दिवस परंपरागत रूप से मनाया जाता है, वहीं इस दिन रक्षाबंधन का पावन पर्व भी पड़ रहा है, जिससे विशाल जनसमूह की उपस्थिति बाधित हो सकती थी। इसके अलावा 13 अगस्त को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का धरमजयगढ़ आगमन प्रस्तावित है, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस तथा 16 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व भी रहेगा। इन सभी आयोजनों को दृष्टिगत रखते हुए एकमत से 17 अगस्त को कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि कापू और छाल तहसील क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर भिन्न-भिन्न तिथि में बड़े आयोजन होंगे, ताकि हर क्षेत्र अपनी सांस्कृतिक गरिमा के अनुसार पर्व को मना सके। इस अवसर पर एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त को प्रत्येक घर में दीप जलाकर एवं पटाखे फोडक़र आदिवासी अस्मिता का उत्सव मनाया जाए।
जिससे समाज में जागरूकता, गौरव एवं एकता का संदेश घर-घर पहुंचे। साथ ही, आगामी 30 जुलाई, बुधवार को राठिया भवन, जेलपारा में अगली बैठक प्रस्तावित की गई है, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप देने हेतु सभी समाज प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों की सहभागिता अपेक्षित है।
बैठक में सम्मिलित प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं समाज प्रमुख व्ही. खलखो, डॉ. श्रीराम राठिया, बलराम एक्का, दिनेश्वर राठिया, जसवंत राठिया, कामदेव जलधारी, चरण सिंह राठिया, मधुसूदन कंवर, जोबाकिम तिर्की, बलिराम धीरहे, जीत सिंह मरकाम, महेंद्र सिदार सहित कई अधिकारी, कर्मचारी एवं समाजजन उपस्थित रहे।