रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 जुलाई। नलवा स्टील कंपनी के कॉलोनी स्थित क्वाटर के बंद कमरे में पश्चिम बंगाल के एक पेंटर की सन्दिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। ठेका कामगार की मौत कैसे हुई, इसका सच जानने के लिए पुलिस को शव का पोस्टमार्टम करवाना पड़ा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मूलत: पश्विम बंगाल के खडग़पुर के ताल बगीचा दिनेशपुर निवासी स्वरूप चक्रवर्ती पिता शंभूनाथ चक्रवर्ती (50 वर्ष) दो महीने पहले ही रायगढ़ आकर पूंजीपथरा स्थित नलवा स्टील कंपनी में एक ठेकेदार के मातहत पेंटर का काम करता था। स्वरूप चक्रवर्ती नलवा कॉलोनी के ही क्वाटर में रहता था। बीते 24 जुलाई की सुबह पेंटर जब काम करने कंपनी नहीं गया। ऐसे में ठेकेदार के कर्मचारी जब स्वरूप की टोह लेने नलवा परिसर में कॉलोनी गए तो उसके क्वाटर के दरवाजे को भीतर से बंद पाया। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी भीतर से कोई जवाब नहीं आने पर कर्मचारियों ने खिडक़ी से अंदर झांका तो स्वरूप को संदिग्ध हालत में बेसुध पड़े पाया।
बंद कमरे में पश्चिम बंगाल के पेंटर को संदिग्धावस्था में मूर्छित देख बदहवास लोगों ने किसी तरह दरवाजे को तोड़ते हुए आनन-फानन में उसे वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे तो डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। चूंकि, मृतक के शरीर में चोट वगैरह के कहीं कोई निशान नहीं है और न ही मामला प्रथमदृष्टया खुदकुशी का प्रतीत हो रहा है, इसलिए उसकी मौत की असलियत जानने के लिए पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवाई। वहीं, मृतक के परिजनों का कहना है कि स्वरूप चक्रवर्ती शुगर और बीपी पेशेंट था। बहरहाल, मर्ग कायम करने वाली पुलिस को अब पीएम रिपोर्ट का इंतजार है ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके।