रायगढ़

रायगढ़, 19 जुलाई। धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथी मानव द्वंद में कमी के उद्देश्य से शुक्रवार को काष्ठागार में गज संकेत मोबाइल एप के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। जंगल सफारी रायपुर से पहुंची प्रशिक्षिका द्वारा वनमण्डल में पदस्थ सभी क्षेत्रीय अधिकारी एवं कर्मचारी, हाथी मित्र दल, हाथी ट्रैकर्स को गज संकेत एप के उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
गज संकेत के माध्यम से इससे जुड़े लोगों को घर बैठे मोबाइल के माध्यम से उनके क्षेत्र में हाथियों के विचरण की सूचना और अलर्ट मिल जाता है। वर्तमान में बहुत से ग्रामीणों को गज संकेत ऐप से जोड़ा जा चुका है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। चूंकि वनमंडल धरमजयगढ़ हाथी प्रभावित क्षेत्र है, हाथियों की नियमिति रुप से ट्रैकिंग क्षेत्रीय कर्मचारी, हाथी मित्र दल, हाथी ट्रैकरों द्वारा की जाती है। इसके साथ-साथ गज संकेत एप का उपयोग करने से मानव हाथी द्वंद में कमी लाने का एक प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे काम करता है गज संकेत एप
गज संकेत एप में ग्रामीणों के व्यक्तिगत मोबाईल नम्बर को पंजीयन कर ऐप से जोड़ा जाएगा, जिसे ग्रामीणों को वन्यप्राणी जंगली हाथियों की विचरण की जानकारी संबंधित क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा गज संकेत एप में अपलोड करने पर उक्त ऐप से जुड़े ग्रामीणों को घर बैठे उनके मोबाईल में टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से हाथियों की गतिविधियां उपस्थिति के बारे में पता चल जाएगा एवं फोन कॉल भी जाएगा। जिससे वे स्वयं सतर्क रहें तथा अपने गांव तथा आस-पास के लोगों को इसके बारे में बता कर सतर्क कर सकें।