रायगढ़

एनएसयूआई ने प्रभारी प्राचार्य पर लगाए गरीब छात्रों से भेदभाव के आरोप
16-Jul-2025 7:20 PM
एनएसयूआई ने प्रभारी प्राचार्य पर लगाए गरीब छात्रों  से भेदभाव के आरोप

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 16 जुलाई। घरघोड़ा स्थित पीएमश्री आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ एनएसयूआई ने गंभीर  आरोप लगाए हैं।

एनएसयूआई का कहना है कि प्रभारी विद्यालय को अपनी मनमानी और तानाशाही से संचालित कर रहे हैं। हिंदी माध्यम में प्रवेश को लेकर अघोषित रोक लगा दी गई है और गरीब, ग्रामीण छात्रों से शासकीय नियमों के विरुद्ध इंटरव्यू लेकर उन्हें यह कहकर अपमानित किया जा रहा है कि वे स्कूल के योग्य नहीं हैं। यह न केवल शिक्षा के मूल अधिकार का उल्लंघन है, बल्कि सामाजिक न्याय के विरुद्ध एक सीधा प्रहार भी है। ऐसे कई छात्र हैं जिन्हें इंटरव्यू के बाद बिना प्रवेश दिए उल्टे पांव लौटा दिया गया है इस तरह के रवैये पर आपत्ति जताते हुए एनएसयूआई ने प्रभारी प्राचार्य को हटाने की मांग की है।

एनएसयूआई ने ज्ञापन में बताया है कि अंग्रेजी माध्यम में पढऩे वाले शैक्षणिक रूप से कमजोर बच्चों को चिह्नित कर उनके पालकों को बुलाया जा रहा है और उन्हें विद्यालय से टीसी लेने के लिए मानसिक रूप से मजबूर किया जा रहा है। यह रवैया न केवल अमानवीय है, बल्कि शासन की समावेशी शिक्षा नीति के भी विपरीत है। एक प्राचार्य का दायित्व छात्रों को मार्गदर्शन देना होता है, न कि उन्हें संस्थान से बाहर करने की कोशिश करना।


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