रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 मई। नगर निगम के माध्यम से शहर की प्रमुख सडक़ों के साथ ही विभिन्न वार्डों में डामरीकरण का काम चल रहा है। सडक़ निर्माण कार्य का नगर निगम की ओर से कोई मॉनिटरिंग नहीं की जाती है और न ही कोई अधिकारी या इंजीनियर निर्माणाधीन स्थल पर मौजूद रहता है। यही वजह है कि ठेकेदार द्वारा मनमानी ढंग से कार्य किया जा रहा है। पूर्व में भी सडक़ निर्माण में अनियमितता बरते जाने की शिकायत मिली थी। वहीं शुक्रवार को वार्ड क्रमांक 30 के बाजीराव पारा में सडक़ निर्माण कार्य किया जा रहा था। सडक़ निर्माण के दौरान स्थानीय निवासियों ने निर्माण कार्य पर सवाल खड़े करते हुए जब सडक़ की थिकनेस देखी तो काफी कम दिखी।
इस पर तत्काल वार्ड पार्षद मुक्तिनाथ बबुआ से उन्होंने शिकायत की। वार्डवासियों की शिकायत पर पार्षद मौके पर पहुंचे और क्षेत्रवासियों की शिकायत सही पाये जाने पर ठेकेदार को निर्माण कार्य में सुधार लाने कहा था। खास बात यह है कि पार्षद के कहने पर एक लेयर और चढ़ाया गया।
इधर निर्माण में गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर निगम आयुक्त ब्रजेश क्षत्रि तकनीकी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच करवाई तो डामर की मात्रा तो सही निकली लेकिन एक लेयर और डालने के बावजूद मोटाई में कमी पायी गयी।
गौरतलब है कि नगर निगम के लोक कर्म प्रभारी मुक्तिनाथ ही है और उन्हीं के वार्ड में बिना गुणवत्ता के सडक़ निर्माण किया जा रहा था जिसको लेकर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खडे हो रहे है।