रायगढ़

ग्रामीणों का आरोप- उद्योगों व ट्रांसपोर्टरों को प्रशासन की शह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 मई। रायगढ़ जिले का तमनार ब्लॉक, जो कि एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है, इन दिनों ओवरलोड और तेज रफ्तार वाहनों की वजह से गंभीर सडक़ दुर्घटनाओं का गढ़ बनता जा रहा है। कोयला खनन और भारी उद्योगों की बढ़ती गतिविधियों के चलते हर दिन सैकड़ों की संख्या में ट्रक और डंपर इस क्षेत्र से गुजरते हैं। लेकिन न तो इन वाहनों की रफ्तार पर कोई नियंत्रण है, और न ही ओवरलोडिंग को लेकर कोई कारगर निगरानी। स्थानीय लोगों का कहना है कि तमनार में अब सडक़ दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं। हर सप्ताह कोई न कोई हादसा होता है, जिसमें कई बार निर्दोष लोगों की जान चली जाती है। किसान,मजदूर, बाइक सवार और पैदल चलने वाले ग्रामीण सबसे ज्यादा खतरे में हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और ट्रैफिक विभाग पूरी तरह निष्क्रिय हैं। ओवरलोड गाडिय़ों और स्पीडिंग पर न कोई चालान होता है, न जांच। ऐसा प्रतीत होता है कि इन गाडिय़ों को रोकने का कोई डर प्रशासन में नहीं रह गया है। कई बार हादसों की शिकायत के बावजूद स्थायी समाधान नहीं निकला।
ग्राम पंचायतों और सामाजिक संगठनों ने कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जिससे यह प्रतीत भी होता है कि जिम्मेदारों की मौन सहमति ट्रांसपोर्टरों एवं उद्योगों को मिली हुई है