रायगढ़

धोखाधड़ी के आरोप में दंपति गिरफ्तार
28-Jan-2025 3:17 PM
धोखाधड़ी के आरोप में दंपति गिरफ्तार

लोन दिलाने के नाम पर हुई थी लाखों की ठगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़ , 28 जनवरी।
लैलूंगा पुलिस ने धोखाधड़ी के एक गंभीर मामले में आरोपी इलियाजर कुमार और उसकी पत्नी अनिता बेक को अंबिकापुर से हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया। दोनों को कल गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

शिकायतकर्ता सत्यनारायण सिदार निवासी ग्राम कटंगपारा, पिपराही ने 21 नवंबर 2024 को लैलूंगा थाना में शिकायत आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया था। शिकायत के अनुसार, सुनील तिग्गा नामक व्यक्ति ने एक कंपनी के बारे में जानकारी दी, जिसके डायरेक्टर इलियाजर कुमार और उनकी पत्नी अनिता बेक थे। इस कंपनी के माध्यम से किसी भी बैंक से लोन दिलाने का प्रलोभन दिया गया था।

शिकायतकर्ता और अन्य लोगों को बताया गया कि लोन का 50 फीसदी लाभार्थी को मिलेगा, 10 फीसदी एजेंट को, और 40 फीसदी कंपनी के डायरेक्टर को दिया जाएगा। कंपनी के सुनील और डायरेक्टर ने यह वादा भी किया कि लोन की पूरी किस्त कंपनी ही भरेगी और 03 साल में पूरा लोन चुका दिया जाएगा। इस प्रलोभन के तहत शिकायतकर्ता और अन्य ग्रामीणों ने अपने दस्तावेज सौंपे।  शिकायतकर्ता सत्यनारायण सिदार के तीन बैंकों ग्रामीण बैंक लैलूंगा, स्टेट बैंक तमनार और आईसीआईसीआई बैंक रायगढ़ से 14.80 लाख रुपये का लोन निकाला गया।

प्रारंभिक समय में डायरेक्टर इलियाजर कुमार द्वारा लोन की किस्तें 4.92 लाख रुपये किस्तें भरी गईं, जिससे प्रभावित होकर और भी लोग इस योजना से जुड़े। लेकिन जैसे-जैसे लोग बढ़े, कंपनी के डायरेक्टर ने लोन की किस्तें भरना बंद कर दिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका 9.87 लाख रुपये बाकी रह गए हैं। इसी प्रकार अन्य 8 लोगों के लोन की किस्तें भी नहीं चुकाई गईं।

लैलूंगा पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी सुनील तिग्गा, डायरेक्टर इलियाजर कुमार, अनिता बेक और चार एजेंटों के खिलाफ धारा 420, 34 भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया। आरोपियों की तलाश करते हुए पुलिस ने 25 जनवरी को इलियाजर कुमार और अनिता बेक को अंबिकापुर के ठाकुरपारा से हिरासत में लिया। दोनों आरोपियों को 26 जनवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। 

पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। 
 


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