रायगढ़

सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद , पुलिस कर रही एफआईआर का इंतजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 जनवरी। जिले के खरसिया विधानसभा मुख्यालय में देर रात एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के दौरान एक 50 वर्षीय अधेड़ की मौत हो गई। इस मामले में एक पक्ष के युवक ने खुद खरसिया थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया, लेकिन पुलिस के पास दोनों पक्षों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है।
आरोप है कि पुलिस बिना किसी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के यह कहकर मामले को रफादफा कर रही है कि मौत का कारण हार्ट अटैक है।
खरसिया विधानसभा क्षेत्र में परिवारिक मारपीट भाजपा व कांगे्रस से जुड़ी हुई है और इसी के लिये केवल आरोप-प्रत्यारोप के बीच माहौल गर्मा रहा है और पुलिस एफआईआर का इंतजार कर रही है।
क्या है पूरा मामला
खरसिया विधानसभा क्षेत्र के मौहापाली मोहल्ले में गर्ग परिवार के चीनु अग्रवाल उर्फ आकाश अग्रवाल के परिवार की मारपीट उनके ही करीबियों अन्नु अग्रवाल के परिवार से हो गई थी और यह पूरी घटना देर रात 11 बजे के आसपास की है। दोनों पक्षों में हुई मारपीट पर परिवार की महिलाओं ने भी बीच बचाव किया और इसी दौरान अन्नु अग्रवाल जिसकी उम्र लगभग 50 साल है उनकी मौत हो जाती है।
रात को ही इस घटना में शामिल चीनु उर्फ आकाश खुद खरसिया थाने जाकर आत्मसमर्पण कर देता है लेकिन सुबह होनें के बाद भी दोनों पक्षों की तरफ से कोई भी शिकायत थाने में नही की गई।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना
खरसिया में हुई मारपीट की यह घटना घर के सामने लगे आधा दर्जन कैमरे में अलग-अलग एंगल से कैद हो गई और एक व्यक्ति की मौत के बाद खरसिया पुलिस ने आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगालकर उनके डीवीआर अपने कब्जे में ले लिये हैं। लेकिन बिना एफआईआर के उनकी जांच आगे नही बढ़ पा रही है।
पुलिस के पास एक परिवार के लोगों ने मौखिक तौर पर यह बताया है कि देर रात परिवारिक बात को लेकर यह विवाद हुआ था और दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट भी हुई। सीसीटीवी में कैद इस घटना के फुटेज सोशल मीडिया में वायरल भी हो रहे हैं।
इस मामले में मृतक के पुत्र गगन अग्रवाल ने आरोप लगाते बताया कि अनुराग गर्ग उर्फ चीनु, मनीष गर्ग, छोटू ये लोग रात के समय अक्सर गुंडा गर्दी करते हैं। इनके परिवार के बड़े-बड़े लोग होने के चलते दादागिरी करते हैं और केस बनने पर उसे दबा देते हैं। कुछ साल पहले मेरे चाचा के साथ भी इन लोगों ने मारपीट की थी। उस समय भी इन लोगों ने उस केस को दबा दिया था और कल इसी तरह की घटना में मेरे पिता की जान चली गई।
मेरे घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में लगे देखा जा सकता है कि किस तरह उन लोगों ने हंगामा मचाया है। पुलिस इस मामले में रिपोर्ट नहीं लिख रही है उन पर भी उपर से दबाव बनते जा रहा है।