रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जनवरी। राशन माफियाओं ने सरकार की निशुल्क राशन वितरण योजना का बंटाधार कर दिया है, जिससे गरीबों से उनका हक छीना जा रहा है। और आज गरीब मजदूरों के जीवन में आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। राशन वितरण प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए लगी थी बायोमैट्रिक मशीन, फिर भी हितग्राही के लिये यह घातक साबित हो रही है। सरकार जनहित के लिए योजनाएं तो बनाती हैं। मगर जिम्मेदार अफसरों के उदासीन रवैये के कारण धरातल पर नहीं उतर पाती है। इसकी बानगी रायगढ़ जिले में देखने को मिल रही है।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक मनोज सारथी से शिकायतों के संबंध में पूछताछ करने पर उनका कहना था कि राशन वितरण को लेकर जो शिकायत आ रही है हम उसका जांच कर रहे है। मुझे धर्मजयगढ़ आए एक महीना ही हुआ है, हितग्राहियों को अंगूठा लगाने के बाद राशन देना अनिवार्य है अगर नहीं दे रहे हैं, उनपर जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई किया जाएगा वहीं जिन दुकानों का शिकायत आया है, और वो एक से अधिक दुकान संचालित कर रहे है तो उसका जांच करके नए अलॉटमेंट किए जाएंगे।
मामला धरमजयगढ़ विकासखंड का है जहां इन दिनों लगातार राशन घोटाले के मामले सामने आ रहे है। पहला मामला बोजिया पंचायत का आश्रित ग्राम चिता पाली जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009008 जिसका संचालक श्याम दास महंत करता है जिसके द्वारा हितग्राहियों का अंगूठा लेने के बाद भी दो से तीन माह का राशन नहीं दिया गया जिसका शिकायत ग्रामीणों द्वारा रायगढ़ आकर कलेक्टर जनदर्शन में 24 दिसंबर को शिकायत किए थे पर आज पर्यंत तक कोई भी जांच में नहीं गया।
दूसरा मामला- विजयनगर का आश्रित ग्राम कंड्रजा में शासकीय राशन दुकान मां शारदा स्व. सहायता समूह को मिला है, जिसके संचालक अजय गुप्ता द्वारा किया जाता है, जिनके द्वारा भी तीन माह का राशन ग्रामीणों को नहीं दिया गया जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा रायगढ़ कलेक्टर जनदर्शन में जाकर 31 दिसंबर में शिकायत की। जिसके बाद 3 जनवरी को जब अजय गुप्ता द्वारा राशन लेकर शासकीय दुकान पहुंचे तो ग्रामीणों द्वारा दुकान खोलने नहीं दिया। वहीं मामला बढ़ता देख धरमजयगढ़ खाद्य निरीक्षक मनोज सारथी द्वारा मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाइश दिया गया और संचालक अजय गुप्ता को बोला गया कि सोमवार 6 जनवरी तक सभी हितग्राहियों को राशन जितना भी उनका बचा है, पूरा दे नहीं तो संचालक के ऊपर कार्रवाई होगी जिसके बाद जाकर मामला शांत हुआ अब देखना है कि क्या आज सभी हितग्राहियों को राशन मिलेगा।
तीसरा मामला लक्ष्मीपुर पंचायत का आश्रित ग्राम भंवरखोल का जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009052 पूजा स्व सहायता समूह जिसका संचालन पूजा बेहरा द्वारा किया जाता है, जो कि तीन तीन माह से राशन हितग्राहियों को नहीं दी है, वहीं ग्रामीणों को धमकी तक देती हैं कि अगर मेरा शिकायत करोगे तो मैं पांच महीना का और राशन भी दूंगी, जिससे ग्रामीण पूजा बेहरा के डर से कही शिकायत तक नहीं कर रहे है।
चौथा मामला- खडग़ांव पंचायत का जहां शासकीय राशन दुकान क्रमांक 412009026 रामेश्वरी स्व. सहायता समूह जिसका संचालन रामेश्वरी जो कि शाहपुर निवासी करती है। इसके द्वारा भी तीन माह से ग्रामीणों को राशन नहीं देने का मामला सुर्खियां बतौर रहा है यह तो ग्रामीणों को राशन लेने बुलाकर खुद फोन स्वीच ऑफ कर देती है हितग्राही सुबह से दोपहर तक राशन दुकान के सामने लाइन लगाकर बैठे रहते है। वहीं मौके से गुजर रहे खाद्य निरीक्षक द्वारा संचालिका रामेश्वरी को बोला गया कि 12 जनवरी तक अगर सभी हितग्राहियों को राशन नहीं दिया गया तो उसके ऊपर एफआईआर दर्ज किया जाएगा अब देखना है कि क्या 12 जनवरी तक ग्रामीणों को रामेश्वरी राशन दे पाएगी।
दरअसल, धरमजयगढ़ ब्लॉक में लगातार ऐसे कई मामले राशन घोटाले को लेकर सामने आ रहे है कई जगह ग्रामीणों को राशन दुकान संचालक द्वारा डराया जाता है जिस वजह से शिकायत नहीं करते वहीं अगर धरमजयगढ़ के कर्मठ और जुझारू अधिकारियों को शिकायत भी किया जाता है तो ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही मिलता है, अब तो ग्रामीण रायगढ़ कलेक्टर ऑफिस तक जा पहुंचे पर अब भी कोई जांच अधिकारी गांव तक निरीक्षण करने नहीं पहुंचा। क्या वाकई राशन वितरण संचालकों को अभयदान प्राप्त है जिससे वे लगातार घोटाले करते जा रहे है और उनपर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं। जिनकी शिकायत हुए है वो कई राशन दुकान संचालित कर रहे है।