रायगढ़

रायगढ़ जिला भाजपाध्यक्ष बने अरुणधर
06-Jan-2025 6:09 PM
रायगढ़ जिला भाजपाध्यक्ष बने अरुणधर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 6 जनवरी। जिला भाजपा अध्यक्ष पद पर अरुणधर दीवान की ताजपोशी भाजपा संगठन में निष्ठा परिश्रम ने नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। भाजपा के सियासत बिशात में मेहनत के बलबूते अरूण धर दीवान ने यह साबित किया यदि लगातार एक प्यादा भी अपनी भूमिका का निर्वहन करता रहे तो वह सियासत में ऐसा ताकतवर वजीर बन सकता है जो हारी हुई बाजी को जीत में बदल सकता है।

छात्र राजनीति से अपने जीवन की शुरुआत करने वाले घरघोड़ा निवासी अरुण धर दीवान का जन्म पैतृक ग्राम रायगढ़ के बैकुंठपुर मोहल्ला  में हुआ। स्वर्गीय पिता स्व. देवेन्द्र कुमार दुबे नौकरी के लिए रायगढ़ से घरघोड़ा आ गए थे इसलिए अरुण धर दीवान की बाल्यकाल की प्रारंभिक शिक्षा घरघोड़ा में हुई।

 रायगढ़ में कॉलेज की शिक्षा के दिनों में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सम्पर्क में आए और यही से उनके राजनीतिक जीवन के सफर की शुरुआत हुई। उनके राजनैतिक जीवन के सफर की चर्चा करे तो वर्ष 1993-1995 के दौरान अरूण धर दीवान को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को घरघोड़ा ईकाई का अध्यक्ष बनाया गया। इस दौरान छात्रों की मांगों के लिए धरने आंदोलन की लंबी फेहरिस्त है।

वर्ष 1995 से 1997 तक अरुण धर दीवान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बनाए गए। वर्ष 1997 से 1999 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक पद के दायित्व पर रहे। जिला संयोजक के पद कर कार्य करते हुए अरुण धर दीवान ने रायगढ़ खरसिया,धर्मजयगढ़,लैलूंगा सारंगढ़ में छात्र राजनीति की शुरूआत की और कांग्रेस सरकार के सशक्त विरोध से इन सभी विधान सभा में युवाओं को अपनी और जोडऩा शुरू किया। और कठोर परिश्रम से 86 स्थानों में विद्यार्थी परिषद का काम पहुंचा। इस दौरान अरुण धर दीवान ने विवेकानंद जयंती पर युवा महोत्सव की शुरुआत की थी जो ढाई दशक बाद यह महोत्सव आज भी जारी है।

इनकी संगठन क्षमता और कुशल प्रबंधन शैली के कारण ही पार्टी ने विगत झारखंड चुनाव में इनको बरही विधानसभा की जिम्मेदारी दी जिसे दीवान ने 2009 के बाद 50000 मतों से जीता कर अपना लोहा प्रदेश नेतृत्व को मनाया इन्हीं सब कारणों से प्रदेश भाजपा ने इनको जिला भाजपा की नेतृत्व प्रदान किया है।


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