रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 दिसंबर। महानगरों की तर्ज पर शहर लगातार विकसित हो रहा है, लेकिन यहां लंबे समय से रिहायशी क्षेत्रों में गोदाम व कॉलोनियों में कमर्शियल उपयोग के लिए किराए में मकान देना समस्या बनी हुई है। क्योंकि आबादी वाले क्षेत्र में गोदाम होने से क्षेत्र के लोगों को कोई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और बावजूद इसके लिए संबंधित अधिकारी इस पर कार्रवाई करने के बजाए अनदेखी करने में लगे हैं। ज्ञात हो कि शहर विकसित हो रहा है और यही कारण है कि कई बड़े बड़े प्रतिष्ठान शहर में खुल रहे हैं। साथ मुख्य सडक़ों व कॉलोनियों में कई व्यवसायी स्वयं के लाभ के लिए गोदाम स्थापित कर दे रहे हैं। जिसके कारण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बताया जा रहा है कि शहर में कई लोग फल का व्यवसाय कर रहे हैं और इसके लिए शहर के रेसिडेंशियल इलाकों में किराया का बड़ा मकान लेते हैं। इसके बाद उसे कोल्ड स्टोरेज के रूप में डेवलप कर दिया जा जाता है। ताकि फलों के स्टॉक को वहां रख सके। इससे आसापास रहने वालों की परेशानियां बढ़ जाती है। ऐसे में संबंधित विभाग के अधिकारियों को ऐसे जगहों का चिन्हित कर उसे शहर से बाहर संचालन कराना चाहिए। ताकि क्षेत्रवासियों की परेशानियां कम हो सके।
बताया जा रहा है कि शहर में कई ऐसे कॉलोनी हैं जहां मकान किराए में लेकर व्यवसायी उसका उपयोग गोदाम के रूप में करते हैं। जिसके कारण गोदाम में कभी पिकअप तो कभी अन्य बड़ी वाहनें प्रवेश करती हैं जिसके कारण क्षेत्र के लोगों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ती है। यही नहीं मुख्य मार्गों पर भी यह नजारा आसानी से देखा जा सकता है। व्यवसायी सडक़ों पर ही अपने गोदाम का सामान लोड अनलोड करते हैं जिसके कारण कई बार यातायात जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाती है।
शहर के बीच कॉलोनियों व रिहायशी क्षेत्रों में गोदामों का संचालन करने से उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलता है।
क्योंकि शहर से बाहर अगर गोदाम हो तो उन्हें ट्रांसपोर्ट पर आर्थिक नुकसान होगा और उसी को देखते हुए शहर के कॉलोनियों में गोदाम का संचालन कर रहे हैं। फिलहाल ऐसे गोदामों का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करते हुए गोदामों को शहर से बाहर संचालन कराने की जरूरत है। ताकि लोगों की समस्याएं दूर हो सके।