रायगढ़

इंटक के साथ मिलकर सहा. श्रम आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 20 दिसंबर। रायगढ़-ओडिशा मार्ग में झलमला गांव के पास स्थित टोल नाके के कर्मचारियों ने जिला इंटक के नेतृत्व में सहायक श्रम आयुक्त रायगढ़ को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने बताया कि सेनर्जी इंजीनियर्स कंपनी जो कि विगत तीन वर्षो से झलमला टोल नाके का ठेका कंपनी था के मैनेजर ने 25 श्रमिकों जिनमें युवक एवं स्थानीय युवतियां वहां कार्यरत थे। उनके वेतन को रोक कर जबरर्दस्ती उनके आखरी माह के वेतन से पूर्ण कटौती कर पीएफ का भुगतान जबर्दस्ती किया और विगत कई माह से वह कर्मचारियों का पीएफ भुगतान नहीं कर रहा था और न ही शासन द्वारा मानदेय या रोजगार भत्ता प्रदान कर रहा था।
जब युवतियों ने पुराने ठेकेदार के मैनेजर से अपने हक के पैसे की मांग की तो उक्त मैनेजर ने गाली गलौज करके उन्हें वहां से खदेड़ दिया। युवतियों और युवकों ने जब नये ठेका कंपनी में कार्यरत मैनेजर से इस बारे में चर्चा की और श्रमिक संगठन इंटक और सहायक श्रम आयुक्त से शिकायत करने की बात कही तो उसने मना किया, परंतु भुगतान का मामला वहीं पड़ा रहा।
आखिरकार थक हारकर सभी कर्मचारियों ने इंटक को इस मामले से अवगत कराया गया। जिसके बाद इंटक अध्यक्ष शाहनवाज खान ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें लेकर सहायक श्रम आयुक्त के कार्यालय पहुंचकर उन्हें 40 दिनों का बकाया वेतन दिलाने के साथ-साथ इस कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
इस दौरान इंटक जिला अध्यक्ष शाहनवाज खान एवं इंटक जिला महामंत्री सुखबीर सिंह ने सहायक श्रम आयुक्त को स्पष्ट रूप से कह दिया कि यद्पि इस मामले में तत्काल संज्ञान में लेकर इस पर कार्रवाई करते हुए त्रिपक्षीय बैठक नही करवाई गई एवं पूर्व मैनेजर आ कर युवतियों से माफी नही मांगेगा तो आसपास के सभी ग्रामीण युवा टोल नाके पर धरने पर बैठने पर विवश होंगे।