रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 दिसंबर। रायगढ़ पुलिस ने प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना के तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी पर ट्रैक्टर दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने वाले दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोनू चंद्रा (22) और सागर यादव (23), दोनों निवासी जैजेपुर, जिला सक्ती, छत्तीसगढ़ के रूप में हुई है।
घटना की शुरुआत ग्राम दाउभठली के निवासी कार्तिकराम सिदार की शिकायत से हुई, जिसमें उन्होंने बताया कि 25 नवंबर को उनके भाई एकादशिया सिदार को एक युवक ने कॉल कर रायपुर बीज निगम का होना बताया। कॉलर ने प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना के तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी पर ट्रैक्टर दिलाने का वादा किया। प्रोसेसिंग शुल्क और दस्तावेज जमा कराने के नाम पर आरोपियों ने फोनपे और नकद के जरिए शिकायतकर्ताओं से बड़ी राशि ऐंठी।
शिकायतकर्ता के मुताबिक, कॉलर ने पहले प्रोसेसिंग शुल्क के तौर पर 22 हजार ऑनलाइन मंगवाए और फिर उन्हें 28 नवंबर को सक्ती बुलाकर नकद 1.10 लाख रुपये और वसूले। इसके बदले में आरोपियों ने छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम रायपुर के फर्जी बिल थमा दिए। बाद में जब शिकायतकर्ताओं ने रसीद का मिलान किया तो ठगी का पता चला। इस प्रकार कार्तिक सिदार से कुल रकम 65 हजार एवं भोगीलाल सिदार से कुल 75 हजार लिया है। पुलिस ने इस मामले में थाना पुसौर में धारा 318(4), 319, 338, 339 और 340 बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया।
एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। साइबर सेल ने मोबाइल डिटेल्स खंगालकर आरोपियों की पहचान की और पुसौर तथा साइबर सेल की संयुक्त टीम ने तत्काल सक्ती में दबिश देकर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने ठगी का अपराध स्वीकार किया और बताया कि उन्होंने रकम आपस में बांटकर खर्च कर दी।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी मोनू चंद्रा से शेष बचे रकम 1,500 रुपये और सागर यादव से 1,000 रुपये बरामद किए गए।
आरोपियों को रिमांड पर भेजा गया
दोनों आरोपी मोनू चंद्रा पिता नीलम चंद्रा, सागर यादव को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है। ठगी के मामले में त्वरित कार्रवाई में साइबर सेल और पुसौर पुलिस की अहम भूमिका रही है। दोनों आरोपियों के पूर्व आपराधिक रिकार्ड की जानकारी ली जा रही है।