रायगढ़

8वें दिन बदला मौसम का मिजाज , तेज हवाओं के साथ बारिश 15 घंटे से अधिक शहर में रहा अंधेरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 जून। जिले में नवतपे के पहले दिन से ही सूर्य की तपिश से लोगों का हाल बेहाल हो गया था। सुबह 8 बजते ही गर्मी का असर देखा जा रहा था जिसका शाम 7 बजे तक असर हो रहा था। आज रविवार को भी भीषण गर्मी है।
नवतपा के 8वें दिन शनिवार की शाम साढ़े 7 बजे मौसम ने ऐसा रुख बदला की जहां बढ़ी हुई गर्मी से तो लोगों को राहत मिली लेकिन इस बीच चलने वाली तेज हवाओं और जोरदार बारिश के चलते शहर के अधिकांश इलाको में पेड़ गिरने की वजह से 15 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद पूरा शहर अंधेरे में डूबा रहा।
नवतपे के पहले दिन याने 25 मई से रायगढ़ जिले में लगातार सूर्य की तपिश ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था, आलम यह था कि पंखा कूलर काम करना बंद कर चुके थे और बढ़ी हुई गर्मी से निजात पाने लोग तरह तरह के उपाय करने से भी पीछे नही रहे इसके बाद भी लोगो को गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही थी। इसी बीच नवतपे के 8वे दिन शनिवार की शाम जहां लैलूंगा में बारिश के साथ ओले गिरे वहीं रायगढ़ शहर में भी शाम साढ़े 7 बजे के बाद मौसम ने ऐसा रुख बदला की तेज हवाओं, गरज, चमक के साथ जोरदार बारिश हुई। इस बारिश से तो लोगों ने राहत की सांस जरूर ली परंतु उन्हें जरा भी एहसास नहीं था कि उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है, और ऐसा हुआ।
विभाग के तैयारियों की पोल खुली
बारिश और तेज हवाओं के चलते शहर के कई इलाकों में पेड़ और डंगाल टूटने की घटना में 15 घंटे से अधिक समय तक पूरे शहर में बत्ती गुल होने से विद्युत विभाग की मानसून से पहले की जाने वाली सारी तैयारी खुलकर सामने आ गई। इस दौरान शहरवासी यह कहने से भी नहीं चुके विद्युत विभाग की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
शहर के लोगो ने बताया कि मानसून आने पहले ही कुछ घंटे चली हवा और बारिश से जब पूरे शहर में मई घंटे तक बत्ती गुल रहने से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले मानसून में लोगो को किस तरह परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शहर के कुछ लोगों ने बताया कि कई घन्टे तक लाइट नही आने के बाद जब उनके द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों से लाइट कब तक आने के संबंध में पूछा गया इस दौरान अधिकारियों का कहना था कि बहुत जगह फाल्ट आया है, विद्युत व्यवस्था कब तक बहाल हो सकती है वे बता नही सकते।
शहर व आस पास 100 से ज्यादा पेड़ और 20 से अधिक बिजली खंबे टूटे
एसई सीएसईबी मनीष तनेजा ने बताया कि बीती रात के आंधी तूफान से रायगढ़ शहर में करीब 35 से 40 फीडर से बिजली सप्लाई बाधित हुई थी। 20 से अधिक बिजली के पोल गिर गए हैं। कई जगहों पर पेड़ बिजली की तारों में गिर गए हैं। जिससे तारें भी टूट गई हैं। उन्होंने बताया कि रायगढ़ शहर के साथ आस पास के ग्रामीण इलाकों के साथ कोड़ा तराई, किरोड़ीमल नगर, तमनार, लैलूंगा में भी कुछ जगहों पर पोल गिरे हैं। सभी जगहों पर मरम्मत का काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि रायगढ़ शहर में 6 फीडर को छोड़ कर बाकी जगहों पर सप्लाई शुरू कर दी गई है।
70 लोगों की टीम बिजली सप्लाई बहाल करने में जुटी
बीती रात आए तेज आंधी तूफान से कई जगहों पर विद्युत पोल के टूटने और पेड़ों की डंगाल बिजली के तारों पर टूट कर गिरने से रायगढ़ शहर सहित पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बुरी तरीके से प्रभावित हुई है। बिजली विभाग बीती रात से ही विद्युत सप्लाई बहाल करने में जुटा हुआ है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने जल्द व्यवस्थाएं ठीक करने के निर्देश दिए हुए है। अभी करीब 70 लोगों की टीम विद्युत व्यवस्था बहाल करने में जुटी हुई है। जहां तार टूट गए थे उन्हें जोड़ा जा रहा है। चक्रधर नगर, पॉलीटेक्निक के सामने, टीवी टावर रोड पर अधिक संख्या में पेड़ गिरे हैं। जिन्हें हटाने और गिरे हुए बिजली पोल के मरम्मत का काम चल रहा है। पुसौर, कोड़ातराई, तमनार सहित ग्रामीण इलाकों में अलग से टीमें काम कर रही हैं। ठेकदारों की 3 टीम भी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि शाम तक पूरी बिजली व्यवस्था बहाल कर ली जाएगी।