मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 अगस्त। पतंजलि योग समिति जिला इकाई के द्वारा भारत में परंपरागत जड़ी-बूटी चिकित्सा को प्रोत्साहित करने वाले आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस पर जड़ी-बूटी दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से जुड़े वरिष्ठ संस्थापक सदस्य एवं भारत तिब्बत समन्वय संघ प्रांतीय संयोजक बसंत जायसवाल, ग्रीन वैली के सक्रिय सदस्य चंद्रमणि वर्मा, पतंजलि योग समिति के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक एवं जिला प्रभारी सतीश उपाध्याय, छत्तीसगढ़ योगासन स्पोट्र्स एसोसिएशन के जिला प्रभारी डॉ. संदीप चंदेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ युवा प्रभाग के नीरज अग्रवाल (नीटू), अग्रवाल ब्रदर्स के संचालक जगदंबा अग्रवाल, योग साधक धर्मराज वर्मा, रामसेवक विश्वकर्मा एवं महिला योग साधिका कविता मंगतानी आदि उपस्थित रहे।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित भारत तिब्बत समन्वय संघ के प्रांतीय संयोजक बसंत जायसवाल ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि पतंजलि योग समिति के माध्यम से आज पूरे विश्व में आयुर्वेद की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाले आचार्य बालकृष्ण के जन्म दिवस के अवसर पर औषधि पौधे एलोवेरा व गिलोय के रोपण का अवसर मिल रहा है।
सरस्वती शिशु मंदिर के कैंपस में आयोजित जड़ी बूटी दिवस समारोह में सम्मिलित योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने बतलाया कि आचार्य बालकृष्ण 41 शोध प्रबंध लिखे हैं, जिसके माध्यम से आयुर्वेद के पारंपरिक चिकित्सा एवं हिमालय जड़ी- बूटी के छिपे ज्ञान एवं उसके महत्व को विश्व पटल पर रखा गया है।
कार्यक्रम में डॉ. संदीप चंदेल, धर्मराज वर्मा, रामसेवक विश्वकर्मा, कविता मंगतानी, चंद्रमणि वर्मा व नीरज अग्रवाल ने आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को संरक्षित करने एवं इसके अधिक से अधिक रोपण करने पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी द्वारा किया गया।


