महासमुन्द

अमलोर शिविर में 107 आवेदन
15-Oct-2024 6:29 PM
अमलोर शिविर  में 107 आवेदन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 15 अक्टूबर। जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन कल महासमुंद विकासखंड के दूरस्थ ग्राम पंचायत अमलोर में  आयोजित किया गया। यहां कलेक्टर विनय लंगेह सहित जनप्रतिनिधि और प्रशानिक अधिकारी मौजूद थे। शिविर में अमलोर सहित आसपास के  ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। उपस्थित ग्रामीणों के बीच जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।

शिविर में 107 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 36 आवेदन मौके पर ही निराकरण किया गया। आरटीओ से संबंधित 64 आवेदन  प्राप्त हुए जिसका लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया की गई। अन्य आवेदन मांग तथा शिकायत संबंधी होने की वजह से आवेदन पर परीक्षण कर  कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

शिविर में जिला पंचायत सदस्य अमर अरुण चंद्राकर, जनपद सदस्य अजय मंगल धु्रव, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, एसडीएम हरिशंकर पैकरा, जनपद सीईओ बीएस मंडावी, जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।

कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने शिविर को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य शासन के मंशानुरूप आमजनों की समस्या के तत्काल  निराकरण हेतु महासमुंद ब्लॉक के ग्राम पंचायत अमलोर में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर आयोजित किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि शिविर में प्राप्त शिकायतों की जांच के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। ग्रामीणों की स्थानीय स्तर की समस्याओं का  निराकरण जनपद पंचायत व तहसील स्तर पर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हंै।

कलेक्टर ने कहा कि हम सब यहां शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आये हैं। इसमें जनता का सहयोग भी अपेक्षित है।  उन्होंने शिविर में मखमला नाला के पास स्टाप डेम निर्माण औरदशपुर,अमलोर सडक़ निर्माण के लिए आवश्यक जांच कर तथा वन विभाग से समन्वय बनाकर निर्माण के लिए भरोसा दिलाया। इस अवसर पर कलेक्टर ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया और  प्राप्त आवेदनों की जानकारी ली स्टॉल का अवलोकन किया और सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा.निर्देश दिए।

उन्होंने राजस्व विभाग के स्टॉल में अवलोकन के दौरान कहा कि नामांकन, सीमांकन एवं बटवारा तथा अन्य राजस्व संबंधी प्रकरणों का समय पर गुणवत्तापूर्ण निराकरण करें। जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र समय पर बनाकर देने के निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि जनसामान्य के लिए लगाए जा रहे शिविर में शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं से आम जनता अधिक से अधिक लाभान्वित हो, इसके लिए कार्य करें।  उन्होंने गर्भवती माताओं को हरी सब्जी एवं पौष्टिक आहार लेने के लिए कहा। शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार अपने बच्चों को खिलाने के लिए प्रोत्साहित किया।

शिविर को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सभापति अमर अरुण चंद्राकर ने कहा कि सिरपुर जैसे दूरस्थ अंचल में शिविर का  आयोजन करना प्रशासन की संवेदनशीलता का प्रतीक है। यहां शिकायत से संबंधित बहुत कम संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा  कि राजस्व विभाग द्वारा जाति प्रमाण पत्र और ऋण पुस्तिका का वितरण जैसे समस्याओं को तत्काल निराकरण किया। उन्होंने कहा कि आदिम जाति विभाग से भी किसी तरह की समस्या प्राप्त नहीं हुई है। यह प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास है। शिविर को जनपद सदस्य अजय मंगल ध्रुव और सरपंच रूपा जयप्रकाश यादव ने भी संबोधित किया।

कलेक्टर श्री लंगेह ने आम नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों को दिए गए समय सीमा के भीतर संबंधित अधिकारी से संपर्क कर अपनी समस्याओं के निराकरण की जानकारी प्राप्त करने कहा। इस अवसर पर शिविर में कलेक्टर विनय लंगेह ने अतिथियों के साथ विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया।

शिविर में हितग्राहियों को 03 आयुष्मान कार्ड, एक ऋण पुस्तिका, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के 11 हितग्राहियों को आवास की प्रतीकात्मक चाबी एवं आवास स्वीकृति पत्र और तीन महिला समूहों को तीन.तीन लाख रुपए का सामूहिक ऋण प्रदान किया। राजस्व विभाग द्वारा कमार जनजाति के कामता प्रसाद को जाति प्रमाण पत्र प्रदान किया। साथ ही उनके दो बच्चे नरसिंह और लक्की का भी जाति प्रमाण पत्र बनाया गया। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र बनाने की सरलीकृत प्रक्रिया के लिए जिला प्रशासन और शासन को धन्यवाद दिया है।

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर शिविर में जनप्रतिनिधियों द्वारा विभागीय योजनाओं के तहत नन्हें शिशुओं का अन्नप्राशन एवं गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कराया गया। महिलाओं को सुपोषण टोकरी भी अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया। इसके आलावा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, आधार कार्ड, परिवहन, श्रम पंजीयन के लिए स्टॉल लगाया गया था। शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा  ग्रामीणों का नि:शुल्क स्वास्थ्य चेकअप जिसमें बीपी, शुगर, आंख, सिकल सेल सहित अन्य स्वास्थ्य जांच की गई और आवश्यकता अनुसार मरीजों को नि:शुल्क दवाई दी गई।


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