महासमुन्द

महासमुंद,23जुलाई। शासकीय दस्तावेजों में कूटरचना कर भूमि हड़पने के मामले में आवेदकों ने कल कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही तत्कालीन तहसीलदार कृष्णकुमार साहू पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। आवेदक तोषण चंद्राकर पिता तेजराम, ओमप्रकाश चंद्राकर पिता खोमनलाल, अखिलेश चंद्राकर पिता खोमनलाल तथा नवीन चंद्राकर पिता मनहरण लाल ने कलेक्टर को सौंपे शिकायत पत्र में कहा है कि ग्राम बिरकोनी में उनकी खानदानी कृषि भूमि है। उक्त भूमि में से पुराना खसरा नंबर 1220 रकबा 14.24 एकड़, खसरा नंबर 1221 रकबा 1.88 एकड़, खसरा 1685 रकबा 5.13 एवं खसरा 1775 रकबा 2.56 एकड़ वर्ष 1955.56 के अधिकार अभिलेख पंजी के अनुसार पूर्व में 9 लोगों के नाम रहे हंै। 1990-91 के खसरा: पांचसाला में भूस्वामियों की मृत्यु उपरांत उनके वारिसानों का नाम दर्ज किया गया। आवेदकगण उनके वारिस हैं। अब दीनबंधू पिता मनराखन चंद्राकर बिरकोनी द्वारा तत्कालीन तहसीलदार से भू स्वामियों का राजस्व रिकार्ड विलोपित कराकर नया खसरा 2613, रकबा 1.90 हे, खसरा 2617 रकबा 0.99 हे. खसरा 2800 सहित अन्य भूमियों को मनोरमा इंडस्ट्रीज को विक्रय किया जा रहा है। जिसके संबंध में रिपोर्टकर्ता दिनांक 30.06.2025 को उप पंजीयक पंजीयन कार्यालय महासमुंद के समक्ष आपत्ति दर्ज करा दी गई है।
वर्तमान में मनोरमा इंडस्ट्रीज बिरकोनी थाना तहसील व जिला महासमुंद द्वारा खसरा नंबरों में निर्मित तालाब चुहरी डबरी और आसपास के कृषि भूमि का घेराबंदी कर चुहरी तालाब जल स्त्रोत को पाटकर समतल किया जा रहा है। चुहरी तालाब आसपास के ग्रामीणों और मवेशियों के निस्तार हेतु पूर्व से ही सुरक्षित भूमि है। इस बात को जानते हुए भी इंडस्ट्री के संचालक एवं उनके कर्मचारी निरंतर जल स्त्रोत को पाटने का प्रयास जारी रखे हैं।