महासमुन्द

मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें
15-Oct-2024 3:14 PM
मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें

3 दिन की छुट्टियों के बाद खुली, पंजीयन के बाद भीड़ देखकर अनेक मरीज घर लौटे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 अक्टूबर।
लगातार 3 दिन की छुट्टियों के बाद कल मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल खुलते ही बड़ी संख्या में मरीजों की भीड़ जुटी रही। सुबह 9 बजे ही पंजीयन काउंटर से बाहर प्रवेश द्वार तक मरीजों की कतारें लग गई थी। जहां सामान्य दिनों में महज 250 से 350 तक ओपीडी दर्ज होती थी, वहीं कल एक ही दिन में दोपहर 12 बजे तक ओपीडी 700 पार हो चुकी थी। मेडिकल वार्ड, सर्जरी वार्ड, नेत्र रोग विभाग हो चाहे सामान्य रोग विभाग, हर वार्ड में मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ा। अनेक मरीज तो भीड़ को देखकर पंजीयन कराने के बाद वापस घरों को लौट गए। 

प्रत्येक विभाग में लंबी कतार की वजह से अनेक मरीजों की बारी आते तक अस्पताल क्लोजिंग समय आ चुका था। फलस्वरूप मरीजों को उपचार से वंचित होना पड़ा। हालांकि गंभीर मरीजों को तत्काल उपचार की सुविधा मुहैया कराई गई। इस बार नवरात्र की महाष्टमी, नवमीं एक साथ पड़ी थी तथा इसके बाद शनिवार को दशहरा तथा रविवार को फिर अवकाश होने की वजह से शासकीय छुट्टियां लगातार पड़ गईं। हालांकि 2 घंटे के लिए शनिवार को अस्पताल खोला गया था। लेकिन जहां रोजाना 250 से अधिक ओपीडी हो वहां 2 घंटे का समय नाकाफी था। नवरात्र, 5शहरा की वजह से लोग भी बाहर गए हुए थे। अत: कल अस्पताल खुलने के बाद एकाएक मरीजों की भीड़ टूट पड़ी। 

गौरतलब है कि अंचल में वायरल इन्फेक्शन का कहर जारी है। फलस्वरूप लोग बुखार, सर्दी, खांसी, शरीर में दर्द से पीडि़त हो रहे हैं। इन दिनों मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल सहित जिले के सभी प्राथमिक तथा सामुदायिक चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है। शहर में लगभग हर घरों में कोई ना कोई वायरल इन्फेक्शन से जूझ रहा है। आसपास के क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से अचानक मौसम में बदलाव हुआ है। इस अजीबोगरीब मौसम ने लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाला है। इससे सबसे ज्यादा बच्चे व वृद्ध प्रभावित हुए हैं। 

लिहाजा अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार,गला बैठने, सिर दर्द, उल्टी, डायरिया, स्किन रोग जैसी बीमारियों की समस्या लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। निजी अस्पतालों के अलावा शासकीय अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का कहना है मौसम बदलने से लोग वायरल से पीडि़त हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे में बहुत जल्दी फैलता है। डााक्टरों ने लोगों से अपील की है कि तीन से चार दिनों तक सर्दी, खांसी, बुखार होने पर खुद से दवा लेने के बजाय डॉक्टरों को जरूर दिखाएं।

ज्ञात हो कि कतारों से बचने के लिये अस्पताल प्रशासन ने आभा एप लांच किया है। जिससे क्यूआर कोड स्कैन करते ही तत्काल उनका पंजीयन हो जाएगा। प्रचार प्रसार के अभाव में लोग इस सुविधा से वंचित हैं। केवल सीमित लोग ही इस एप का लाभ ले पा रहे हैं। चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों की कमी की वजह से अस्पताल प्रशासन ने इस एप की सुविधा शुरू की है। 
अभी लोगों को यह समझ ही नहीं आ रहा कि एप डाउन लोड करने के बाद उन्हें करना क्या है या फिर एप के निर्देशों का पालन कैसे करना है। 

मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल सर्दी, खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े हैं। शुरुआत में किसी-किसी मरीज को तेज बुखार आ रहा है। ऐसे मरीजों को ठीक होने में अधिकतम पांच दिन लग रहा है। किसी मरीजों को ठीक होने में समय लग रहा है। ऐसे लोगों को कोरोना तथा स्वाइन फ्लू जांच की सलाह भी दी जा रही है। इंफेक्शन वाले बच्चे बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिन्हें पहले से निमोनिया है, उन्हें फिर से इसका अटैक हो रहा है। फेफड़े में इंफेक्शन वाले बच्चे भी सामने आ रहे हैं। ऐसे बच्चों के सीने में तकलीफ  की शिकायत मिल रही है। इन बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।


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