महासमुन्द

महासमुंद, 18 नवंबर। रसोइयों के हड़ताल पर चले जाने से जिले के करीब 2 हजार से अधिक स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने का काम प्रभावित हो गया है। इसके चलते बच्चे बिना भोजन किए ही खाली पेट वापस घर लौट रहे हैं। ज्ञात हो कि महासमुंद जिले में रसोइयों को पिछले 10 महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। इसी के चलते रसोइया संघ ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सभी रसोइया संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं और मंगलवार से जिला मुख्यालय स्थित पटवारी कार्यालय के सामने धरना स्थल पर अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी व प्रदर्शन कर रहे हैं।
रसोइया संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार गरीब रसोइयों को पिछले 10 माह का मानदेय का भुगतान नहीं कर पा रही है। मानदेय नहीं मिलने की वजह से जिलेभर में कार्यरत रसोइयों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि जब सरकार रसोइयों को मानदेय भुगतान नहीं कर पा रही है, तो उनके ओर से तीन सौ रुपए अतिरिक्त दिए जाने की गई घोषणा कैसे पूरी होगी। रसोइयों ने कहा है कि वेतन नहीं मिलने की स्थिति मध्याह्न भोजन का संचालन बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक मानदेय का भुगतान नहीं होगा, अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहेंगे।