महासमुन्द

त्योहारी सीजन में मिली खुली छूट के चलते महासमुंद में कुछ-कुछ दिनों के अंतराल में मिल रहे हैं कोरोना मरीज, सभी बच्चे
18-Nov-2021 5:39 PM
त्योहारी सीजन में मिली खुली छूट के चलते महासमुंद में कुछ-कुछ दिनों के अंतराल में मिल रहे हैं कोरोना मरीज, सभी बच्चे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 18 नवंबर।
त्योहारी सीजन व बाजार में खुली छूट के चलते महासमुंद जिले में नवंबर में कुछ कुछ दिनों के अंतराल में कोरोना के मरीज मिलते जा रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि बीते 16 दिन में मिलने वाले सभी 8 कोरोना मरीज बच्चे ही हैं। नवंबर में ही एक संक्रमित की मौत भी हुई है। मालूम हो कि कोरोना से बचाव के लिए अब तक सिर्फ वयस्कों को ही कोरोना का टीका लगाया गया है।

विशेषज्ञ वर्तमान समय में कोरोना के कम हुए केसेज और विभिन्न पाबंदियों से मिली छूट के चलते हो रही लापरवाहियों के चलते बच्चों को कोरोना होने की वजह बता रहे हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि सभी संक्रमित बच्चों का स्वास्थ्य सामान्य है और सभी का इलाज उनके अपने घर पर ही चल रहा है। बच्चों को सर्दी.बुखार की सामान्य समस्या ही थी। जांच कराने पर वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

गौरतलब है कि बीते दीपावली से ठीक पहले जिले के एक कोरोना संक्रमित की मौत हुई थी। संक्रमित सरायपाली ब्लॉक का था, जिसका इलाज राजधानी के एम्स में लंबे समय से चल रहा था। इसी के साथ जिले में अब तक 367 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई है। वैसे कोरोना काल के दूसरे दौर में सर्वाधिक मौतें हुई हैं। जिसके बाद नवंबर माह में संक्रमण दर के घटने के बाद मौत हुई है।

जिले के कोरोना जांच अधिकारी डॉ. छत्रपाल चंद्राकर कहते हैं कि बच्चों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही पिथौरा ब्लॉक व बागबाहरा ब्लॉक के उक्त गांव में सघन कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। टेस्टिंग के लिए गांव के घरों से जाकर लोगों को बुलाया जा रहा है और सैंपल लिया जा रहा है। त्योहारी सीजन आने के साथ ही नवंबर की शुरुआत से ही कोरोना मरीज मिलने लगे। बीते 2 और 3 नवंबर को बागबाहरा ब्लॉक से 3 मरीजों की पुष्टि हुई थी। फिर 13 नवंबर को ही बागबाहरा के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 3 छात्राएं कोरोना संक्रमित मिलीं। इसके बाद 15 नवंबर को पिथौरा के खैरखूंटा के चौथी कक्षा का छात्र संक्रमित पाया गया और 16 नवंबर को बागबाहरा के बिरजपाली से 14 वर्षीय छात्र भी कोरोना से संक्रमित मिला।

डॉ. छत्रपाल का कहना है कि नवंबर माह में मिले सभी कोरोना पॉजिटिव बच्चों का स्वास्थ्य सामान्य ही रहा है। उन्हें सर्दी.जुकाम की शिकायत के चलते ही कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें सभी पॉजिटिव निकले। इन सभी का इलाज घर पर ही चल रहा है और इसमें से 3 बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ भी हो चुके हैं। अन्य बच्चे भी रिकवर कर रहे हैं। उन्हें आइसोलेशन में सावधानी के साथ रखा गया है।

जिले में लगातार 8 बच्चों के पॉजिटिव पाए जाने के संबंध में जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ.एनके मंडपे कहते हैं-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए व्यस्कों को टीका लगाया गया है, लेकिन बच्चों को अभी नहीं लग पाया है। अभी सभी तरह की पाबंदियों से छूट भी मिली है और त्योहारी सीजन में लापरवाहियां भी देखने को मिलीं। इसके चलते इन दिनों जिले में बच्चे कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं।

जिला अस्पताल के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों मौसम में हुए बदलाव के कारण अस्पताल के ओपीडी में सर्दी, खांसी व बुखार की समस्या के साथ बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। रोजाना लगभग साढ़े तीन सौ की ओपीडी में 60 से अधिक मरीज मौसमी समस्या को लेकर आ रहे हैं। हालांकि अभी तक कोरोना के पहले दौर जैसा कोई भी केस देखने को नहीं मिला है। जिले में 16 नवंबर तक की स्थिति में कुल 31376 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 31004 मरीज स्वस्थ भी हुए। वहीं मंगलवार तक की स्थिति में जिले में 5 एक्टिव केस हैं।
 


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