महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,16 नवंबर। इस महीने भारी भरकम बिजली बिल से उपभोक्ता परेशान हैं। यह राशि बिजली विभाग अतिरिक्त सुरक्षा निधि के नाम पर वसूल रही है। इस महीने एकाएक अधिक बिजली बिल आने से लोग विभाग में शिकायत के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा निधि जुडऩे की बात कहकर वापस भेज दिया जा रहा है।
वैसे विद्युत कंपनी मीटर लगाने के दौरान भी उपभोक्ता से सुरक्षा निधि की राशि जमा लेती है। यह राशि हर साल उपभोक्ताओं से ली जाती है। गत वर्ष कोरोना काल के चलते उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि की राशि नहीं ली गई थी। कोरोना काल में विभाग ने डिस्कनेक्शन वसूली का अभियान भी बंद रखा था, जिससे बकाया बढ़ता चला गया। लिहाजा एक साल बाद उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि की राशि लेने इस महीने के बिजली बिल के साथ जोडक़र भेजा गया है। लोग बिजली बिल की भारी भरकम राशि देखकर असमंजस और आक्रोश में हैं। ज्यादातर लोग बिजली विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। विद्युत विभाग के ईई आरके बांसकर के मुताबिक बिजली आपूर्ति के बाद पैसे लिए जाते हैं। इसलिए सुरक्षा निधि हर साल लेने का नियम है। हर साल बिजली की खपत के अनुसार अतिरिक्त सुरक्षा निधि का निर्धारण होता है। सुरक्षा निधि के रूप में लिए जा रहे पैसे कंपनी के पास जमा रहेंगे। जब लोग कनेक्शन कटवाते हैं, तब सुरक्षा निधि लौटाई जाती है।
साथ ही सालभर का जो ब्याज मिलता है, उससे बिजली बिल में जोडक़र कम कर दिया जाता है। जमा सुरक्षा निधि पर बिजली कंपनी सालाना ब्याज देती है। ब्याज की राशि हर माह बिजली बिल में घटाई भी जाती है।